Firozabad News: फिरोजाबाद में अस्पताल के बाहर मरीज को क्यों देनी पड़ी ऑक्सीजन? वायरल वीडियो पर डीएम ने दी प्रतिक्रिया
UP News: फिरोजाबाद में कथित तौर पर मरीज को अस्पताल में बेड नहीं मिलने के वायरल वीडियो के मामले में डीएम रमेश रंजन की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि वीडियो को गलत तरीके से पेश किया गया.
Firozabad News: फिरोजाबाद में एक बीमार व्यक्ति का वीडियो वायरल हुआ था. जो सड़क किनारे लेटकर ऑक्सीजन ले रहा था. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कन्नौज सांसद अखिलेश यादव ने इस वीडियो को एक्स पर साझा करते हुए स्वास्थ्य व्यवस्था और योगी सरकार पर सवाल खड़े किए थे. जिसके बाद जिला प्रशासन इस वीडियो पर छानबीन में जुट गया. अब डीएम ने जांच कर वीडियो को गलत तरीके से प्रस्तुत करने का दोषी माना है. मामले में वैधानिक कार्रवाई की बात कही जा रही है.
पूरा प्रकरण थाना उत्तर के किड्स कॉर्नर स्कूल के पास का है. जहां एक टीबी का मरीज जिसका नाम खचेर सिंह पुत्र अतर सिंह उम्र 38 के करीब है. वो सड़क किनारे लेट कर ऑक्सीजन के सहारे लेटा हुआ था. तभी उसका वीडियो किसी के द्वारा बनाया गया. फिर उसे गलत तरीके से पेश किया गया कि उसे ऑक्सीजन लेने के लिए अस्पताल में जगह नही मिली तो सड़क पर ऑक्सीजन लेनी पड़ी. इसी बात को लेकर फिरोजाबाद मेडिकल कालेज और जिला अस्पताल पर सवाल उठ खड़े हुए.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने जब इस वीडियो को एक्स पर साझा किया तो प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया. इस मामले की जांच सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपी गई. इससे पहले मरीज को मेडिकल कालेज में भर्ती भी करवा दिया गया. फिर खुद डीएम रमेश रंजन मेडिकल कालेज पहुंचे और सारे तथ्यों को जाना. उन्होंने मरीज के परिजन से भी बात की.
वायरल वीडियो पर क्या बोलें कलेक्टर?
इस मुद्दे पर डीएम रमेश रंजन ने कहा कि जिस वीडियो को सोशल मीडिया आदि पर चलाया गया वो भ्रामक है. किसी भी प्रकार से वो वीडियो सत्य नही है. दरअसल बीमार व्यक्ति टीवी का मरीज है उसे आगरा से उनके परिजन दिखाकर लाए थे. जब वो रिक्शे से घर जा रहे थे तभी युवक की तबीयत बिगड़ गई. उसी के चलते परिजनों ने सामने दिखी ऑक्सीजन एजेंसी से जीवन रक्षा हेतु सिलेंडर लेकर मरीज को लगा दिया. तभी उसका वीडियो बना लिया गया और गलत तरीके से पेश भी किया गया. इस जांच के बाद गलत तरह से वीडियो को प्रसारित करने वालो के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
(फिरोजाबाद से प्रशांत उपाध्याय की रिपोर्ट)
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