Firozabad News: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में पुलिस ने कोविड-19 वैक्सीन के फर्जी सर्टिफिकेट बनाने वाले युवक को गिरफ्तार किया है. आरोपी स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी के साथ मिलकर फर्जी सर्टिफिकेट बनाता था. पुलिस के मुताबिक आरोपी फर्जी वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट के एवज में लोगों से 200 रुपये तक लिया करता था. इसमें मामले में दो लोगों का शामिल होना बताया जा रहा है, जिसमें एक आरोपी फिलहाल फरार है.
ऐसे हुआ खुलासा
दरअसल कोविड-19 टीकाकरण के फर्जी सर्टिफिकेट बनाए जाने की शिकायत फिरोजाबाद की मुख्य चिकित्सा अधिकारी को लगातार मिल रही थी, जब स्वास्थ्य विभाग ने इस पर बारीकी से जांच की तो मामला नगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सैलई क्षेत्र से निकल कर आया, जहां थाना रामगढ़ क्षेत्र शान जनसेवा केंद्र चला रहे मोहम्मद मुबीन नाम का युवक अपने जन सेवा केंद्र पर कोविड-19 टीकाकरण के फर्जी सर्टिफिकेट बना रहा था.
मिल रही थी शिकायत
वहीं जब रामगढ़ थाना पुलिस से नगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सैलई के इंचार्ज डॉक्टर नागेंद्र माहेश्वरी ने शिकायत की और तहरीर दी तो पुलिस ने जन सेवा केंद्र चला रहे आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया. जब आरोपी से पूछताछ की गई तो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर सविंदा पर काम करने वाले अरुण नाम के कर्मचारी का भी नाम सामने आया. अरुण इस फर्जीवाड़े में मुबीन के साथ शामिल था.
200 रुपये में बनाते थे फर्जी सर्टिफिकेट
रामगढ़ थाना पुलिस ने जब आरोपी से पूछताछ की तो पूरे मामले की की परतें द परतें खुलती चली गईं. आरोपी ने पुलिस को बताया कि अरुण कुमार नाम का युवक सर्टिफिकेट बनाने का पासवर्ड चुरा कर लाता था और 200- 200 रुपये में लोगों के फर्जी सर्टिफिकेट जन सेवा केंद्र पर बना दिए जाते थे. आरोपी ने ये भी बताया कि उन्होंने अब तक सात से आठ फर्जी सर्टिफिकेट अपने जन सेवा केंद्र से बनाए हैं,
संविदा कर्मचारी हुआ फरार
वहीं संविदा कर्मचारी अरुण कुमार फिलहाल फरार हो गया है. पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है. माना जा रहा है कि अरुण के गिरफ्तार होने के बाद और भी कई लोगों के शामिल होने का भी खुलासा हो सकता है.
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