UP: मिड-डे-मील में 11 करोड़ के घोटाले की पूरी कहानी, जानें- टीचर के साथ और किसकी थी मिलीभगत
UP News: फिरोजाबाद के जाजपुर प्राथमिक विद्यालय के प्रिंसिपल चंद्रकांत शर्मा पर 11.46 करोड़ के घोटाले को लेकर मुकदमा दर्ज किया गया है. यह मुकदमा विजिलेंस थाने में दर्ज कराया गया है.
Mid Day Meal Scam: उत्तर प्रदेश पुलिस के आगरा स्थित विजिलेंस ने फिरोजाबाद के जाजपुर प्राथमिक विद्यालय के प्रिंसिपल चंद्रकांत शर्मा पर 11.46 करोड़ के घोटाले को लेकर मुकदमा दर्ज कराया है. आरोप है कि शिक्षक चंद्रकांत शर्मा ने मिड डे मील के नाम पर इस धनराशि का घोटाला किया है. विजिलेंस ने चंद्रकांत शर्मा के साथ ही सात अन्य विभागों को भी FIR में नामजद किया है. इसमें पंजाब नेशनल बैंक की शिकोहाबाद ब्रांच, आवास विकास परिषद, टोरेंट पावर लिमिटेड, बेसिक शिक्षा विभाग समेत सात संस्थाओं के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.
प्राइमरी स्कूल का शिक्षक है मास्टरमाइंड
विजिलेंस थाना में दर्ज FIR के मुताबिक, फिरोजाबाद जिले के टूंडला ब्लॉक स्थित जाजपुर प्राइमरी स्कूल में तैनात शिक्षक चंद्रकांत शर्मा मिड-डे मील घोटाले का मास्टरमाइंड है. विजिलेंस की जांच में खुलासा हुआ है कि साल 2007 में प्राइमरी शिक्षक चंद्रकांत शर्मा ने सारस्वत आवासीय शिक्षा सेवा समिति नाम से एक संस्था का पंजीकरण चिटफंड कार्यालय में फर्जी दस्तावेजों से कराया. साल 2008 में प्राइमरी शिक्षक चंद्रकांत शर्मा ने बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों से मिलीभगत करके फिरोजाबाद जिले में करीब 100 सरकारी विद्यालयों के मिड डे मील का काम ले लिया और 2008 से 2014 तक उसने अपनी सोसाइटी से मिड डे मील का काम किया. साल 2015 में चन्द्रकान्त के खिलाफ शिकायत की गई जिसमें फर्जी दस्तावेजों की मदद से संस्था बनाकर करोड़ों रुपये का घोटाला करने का आरोप लगाया गया. जिसके बाद मामला विजिलेंस पर पहुंचा और जांच शुरू हुई.
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आगरा कराए गए ट्रांसफर
विजिलेंस की जांच में सामने आया कि, साल 2008 से मई 2014 तक फिरोजाबाद जिले में इस संस्था को मिड डे मील का काम मिला था. जिसके एवज में संस्था को 11,46,48,500 रुपये का भुगतान पंजाब नेशनल बैंक के खाते में किया गया. इसके बाद चंद्रकांत शर्मा ने बैंक के अधिकारियों से मिलीभगत करके यह रकम संस्था के खाते से आगरा की कई बैंकों में सुशील शर्मा के नाम से ट्रांसफर कराए गए.
सात विभागीय अधिकारी हैं शामिल
विजिलेंस के द्वारा की गई एफआईआर के मुताबिक, बेसिक शिक्षा विभाग में हुए मिड-डे मील घोटाले में आरोपी शिक्षक चंद्रकांत शर्मा के साथ ही 7 विभाग के अधिकारी शामिल हैं. इसमें शिक्षा विभाग, मिड-डे मील समन्वयक, डाक विभाग, आवास विकास परिषद, नगर निगम फिरोजाबाद, उप निबंधन चिट फंड, टॉरेंट पावर के साथ ही पीएनबी बैंक शिकोहाबाद, एक्सिस बैंक आगरा, सिंडिकेट बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र और कॉरपोरेशन बैंक के अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है..
आरोपी शिक्षक ने कहा- निराधार है आरोप
विजिलेंस टीम ने बताया कि "मिड डे मील के नाम पर करोड़ो रुपये के घोटाले की तह तक जाने के लिए हमने उस स्कूल का रुख किया जंहा आरोपी चंद्रकांत शर्मा प्राइमरी शिक्षक के पद पर तैनात है. यंहा हमारी मुलाकात खुद घोटाले के आरोपी चंद्रकांत शर्मा से हुई. चंद्रकांत शर्मा ने हमें बताया कि उनके ऊपर लगे सभी आरोप निराधार हैं और झूठे हैं उन्हें पहले भी आय से अधिक संपत्ति और स्कूल बनाने के नाम पर 36 लाख के घोटाले का आरोप लगाकर फसाया जा चुका है और वह 78 दिन सलाखों के पीछे रहा.बाद में कोर्ट द्वारा उन्हें क्लीन चिट दी गई . और अब एक बार फिर उन्हें मिड डे मील में करोड़ों के घोटाले के नाम पर फंसाया जा रहा है." इस मामले में विजिलेंस के अधिकारी आलोक कुमार शर्मा ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. आरोपी के खिलाफ जांच की जा रही है.
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