Firozabad News: फिरोजाबाद जिले में समाज कल्याण विभाग की लापरवाही का मामला सामने आया है. जिले के 1657 मृतकों को उनके खाते में लगातार वृद्धा पेंशन दी जा रही थी. जब विभाग ने ब्लाकों और निकायों में इस बात का सत्यापन करवाया तो ये प्रकरण निकल कर सामने आ गया. विभाग ने इन नामों को अब सूची से निकाल दिया है. समाज कल्याण विभाग द्वारा साठ वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों को एक हजार रुपए प्रतिमाह पेंशन के रूप में दी जा रही थी.


शासन के निर्देश के बाद डीएम रमेश रंजन एवं सीडीओ दीक्षा जैन के निर्देश में जिला भर में पेंशन ले रहे लोगों के घर पर दस्तक दिया गया तो पता चला 1657 बुजुर्ग ऐसे है, जिनकी मौत हो चुकी थी. पर पेंशन उनकी नियमित खाते में जा रही है. फिर क्या था अधिकारियों ने तत्काल ऐसे मृतकों को चिन्हित कर उनका नाम इस योजना के सूची से हटवा दिया.अब जब इन मृतको को सूची से बाहर कर दिया गया है उसके बाद 66027 पात्र बचे है और 2365 नए आवेदकों को शामिल करने के साथ करीब 68392 वृद्धा पेंशन के पात्र हो गए हैं. 


1657 बुजुर्ग की रिपोर्ट ने सभी को चौंकाया
जिले में पिछले वित्तीय वर्ष में 67684 बुजुर्गों को वृद्धा पेंशन दी जा रही थी. डीएम के आदेश के बाद ब्लाकों में एसडीओ समाज कल्याण व पंचायतों के सचिव एवं नगर निगम नगर पालिका में वार्ड वार टीमों का सत्यापन कराए जाने के बाद जो रिपोर्ट सामने आई है. उसने सभी को चौका दिया है. 1657 बुजुर्ग इस जांच में ऐसे मिले जिनको पेंशन मिल रही थी. पर अब विभाग ने इन लोगों को सूची से तत्काल अलग कर दिया है. विभाग ने सत्यापन आख्या आने के साथ ही ऐसे नामों को सूची से बाहर करने का निर्णय लिया है. शेष पत्रों को पेंशन दी जाएगी. 


जिला समाज कल्याण अधिकारी सूर्य कुमार मिश्रा ने बताया कि वृद्धावस्था पेंशन के लाभार्थियों का सत्यापन विभाग की ओर से नए वित्तीय वर्ष के शुरुआत में कराया जाता है. ताकि किसी अपात्र के खाते में पेंशन की धनराशि नहीं जाए. जिले में सत्यापन के दौरान 1657 मृतक पाए गए है. संज्ञान में आते ही इनके नाम की सूची से हटा दिया गया है और बाकी लाभार्थियों को पहली किस्त भेजी जा रही है. 


ये भी पढ़ें: Robertsganj: तंत्र मंत्र के नाम पर व्यापारी से ठगे लाखों रुपये, करोड़ों की जमीन भी हथियाई