(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
UP Election 2022: जानें कौन हैं फिरोजाबाद से बीजेपी के पांच प्रत्याशी और क्या है यहां की सियासी रणनीति?
टूण्डला सीट पर पार्टी ने प्रेमपाल सिंह पर भरोसा जताया है. जसराना में पार्टी ने वर्तमान जिला अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह पर भरोसा जताया है.
1- टूण्डला विधानसभा 95 से प्रेमपाल सिंह धनगर, वर्तमान विधायक
टूंडला विधानसभा की बात करें तो 2017 मैं यहां से भारतीय जनता पार्टी से एसपी सिंह बघेल चुनाव जीते थे लेकिन उनके सांसद बनने के बाद 2020 में यहां उपचुनाव हुआ इसमें भारतीय जनता पार्टी ने प्रेमपाल सिंह धनगर को टिकट दी और प्रेमपाल सिंह धनगर ने समाजवादी पार्टी के महाराज सिंह धनगर को 17 हजार वोटों से हराया था और जीत दर्ज की थी. प्रेमपाल सिंह धनगर एटा जिले के रहने वाले हैं लेकिन विधायक का चुनाव जीतने के बाद अब वे टूंडला ही रहते हैं पार्टी ने उनके प्रति विश्वास फिर जताया है.
2 - जसराना विधानसभा 96 से मानवेंद्र सिंह लोधी,वर्तमान जिला अध्यक्ष
अगर जसराना विधानसभा की बात करें तो यहां लोधी और राजपूत वोट काफी ज्यादा है. पहले भारतीय जनता पार्टी से यहां रामगोपाल उर्फ पप्पू लोधी चुनाव जीते थे लेकिन अब भारतीय जनता पार्टी ने वर्तमान जिला अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह पर भरोसा जताया है. वे उस क्षेत्र के रहने वाले हैं और उनकी पत्नी ब्लॉक प्रमुख भी हैं.
2 - फिरोजाबाद विधानसभा 97 से मनीष असीजा, विधायक
अगर फिरोजाबाद विधानसभा की बात करें तो विधायक मनीष असीजा को बीजेपी से तीसरी बार टिकट मिला है. 2012 और 2017 में मनीष असीजा ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अजीम भाई को हराकर विजय हासिल की थी. इनके अंदर खास बात यह है कि ये फिरोजाबाद की जनता से बहुत ज्यादा जुड़े हुए हैं, क्योंकि यह विधायक के चुनाव से पहले नगर पालिका चेयरमैन भी रह चुके हैं. अब तीसरी बार इन पर पार्टी भरोसा जताया है और इन्हें टिकट दी है.
4- शिकोहाबाद विधानसभा 98 से ओम प्रकाश वर्मा, पूर्व विधायक समाजवादी पार्टी, बीजेपी में नये शामिल
शिकोहाबाद विधानसभा की बात करें तो इस विधानसभा पर सबसे ज्यादा यादव और निषाद वोट का दबदबा रहता है. इन्हीं दोनो जाति के वोटों से जीत मिलती है. पूर्व विधायक ओम प्रकाश वर्मा की बात करें तो 2012 में इन्होंने समाजवादी पार्टी से शिकोहाबाद विधानसभा से जीत हासिल की थी लेकिन 2017 में इन्हें पार्टी ने टिकट नहीं दी और 2022 में भी उन्होंने जब समाजवादी पार्टी से टिकट मांगी तो इन्हें टिकट नहीं मिली. तब ये समाजवादी पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए अब चुनाव लड़ेंगे. इनका राजनीतिक बैकग्राउंड यह है कि इनके बाबा रघुवर दयाल वर्मा पूर्व मंत्री रह चुके हैं और फिरोजाबाद से विधायक भी.
5 - सिरसागंज विधानसभा 99 से हरिओम यादव, सपा में थे, पहले विधायक थे, अब बीजेपी में शामिल
सिरसागंज विधानसभा की बात करें तो यहां वर्तमान में विधायक हरिओम यादव है. ये पहले समाजवादी पार्टी में थे उन्हें पार्टी ने 6 साल के लिये निष्कासित कर दिया. उन्होंने भी समाजवादी पार्टी से टिकट मांगा था लेकिन टिकट नहीं मिली तो वे भी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए और सिरसागंज विधानसभा से चुनाव लड़ रहे हैं. हरिओम यादव 2002, शिकोहाबाद विधानसभा से 2012, 2017 में सिरसागंज से विधायक रहे हैं. वे समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव के समधी हैं.
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