महाकुंभ के लिए भारतीय रेलवे का बड़ा फैसला, फिरोजाबाद से दो विशेष ट्रेनों की होगी शुरुआत
Prayagraj News: महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं को बेहतर यात्रा मुहैया कराने के लिए रेलवे आधा दर्जन ट्रेनों का संचालन शुरू करेगी. रेलवे के इस फैसले से अधिक से अधिक श्रद्धालु महाकुंभ जा सकेंगे.
Kumbh Mela 2025: प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं को सुगम यात्रा देने के लिए रेलवे फिरोजाबाद के टूंडला जंक्शन से दो विशेष ट्रेनों के साथ-साथ लगभग आधा दर्जन ट्रेनों का संचालन शुरू करेगा. 13 जनवरी से प्रयागराज में शुरू हो रहे महाकुंभ में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को इन ट्रेनों के संचालन से सहूलियत मिलेगी. रेलवे के इस फैसले से अधिक से अधिक श्रद्धालु महाकुंभ जा सकेंगे.
महाकुंभ के लिए रेलवे कई विशेष ट्रेनें चलाने जा रहा है. टाटा नगर-टूंडला स्पेशल ट्रेन 19 जनवरी को टाटानगर से चलेगी, जो प्रयागराज होते हुए 21 जनवरी की शाम 7:20 बजे टूंडला स्टेशन आएगी. सुबह तीन बजे प्रयागराज के लिए रवाना होगी. रांची-टूंडला स्पेशल ट्रेन 19 जनवरी की रात्रि 10:30 बजे रांची से रवाना होगी. जो प्रयागराज होते हुए 20 जनवरी की शाम 6:30 बजे टूंडला स्टेशन पहुंचेगी. साबरमती-बनारस स्पेशल 16 जनवरी को साबरमती से चलेगी जो आबू रोड, अजमेर, भरतपुर, टूंडला होते हुए प्रयागराज जाएगी.
22 जनवरी को भावनगर और 19 जनवरी को साबरमती से प्रयागराज के लिए रवाना होंगी ट्रेनें
उत्तर मध्य रेलवे की पीआरओ रागिनी सिंह ने बताया कि भावनगर टर्मिनल-बनारस कुंभ स्पेशल 22 जनवरी को भावनगर से चलेगी जो पालनपुर, आबू रोड, किशनगढ़ होते हुए टूंडला पहुंचेगी और यहां से प्रयागराज को रवाना होगी. वहीं, साबरमती-बनारस कुंभ स्पेशल 19 जनवरी को साबरमती से चलेगी, जो टूंडला होते हुए प्रयागराज जाएगी. अहमदाबाद-जंघई कुंभ स्पेशल 9 जनवरी को जंघई स्टेशन से चलकर रतलाम, संवाई माधोपुर, गंगापुर सिटी होते हुए टूंडला और यहां से प्रयागराज को रवाना होगी.
प्रयागराज में होने जा रहे महाकुंभ को लेकर सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है. साफ-सफाई से लेकर रहने और खाने की व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए, बड़े-बड़े टेंट लगाए गए हैं. इसके साथ ही देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यातायात के साधनों को भी सुगम बनाया जा रहा है. प्रदेश के कई जिलों से बस और ट्रेनों को प्रयागराज की ओर संचालित किया जा रहा है.
(फिरोजाबाद से एबीपी न्यूज़ के लिए रंजीत गुप्ता की रिपोर्ट)
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