Firozabad News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) सरकार का शिक्षा विभाग भले ही छात्र-छात्राओं के भविष्य को लेकर लाख बातें करता रहे लेकिन जमीनी हकीकत तो कुछ और ही है. फिरोजाबाद शहर के स्टेशन रोड पर प्राथमिक विद्यालय (Primary School) बालक बना हुआ है. यहां एक छोटे से कमरे में 34 बच्चे पढ़ने आते हैं. जिस जगह विद्यालय बना हुआ है वह बिल्डिंग किराए की है जहां कमरे में पंखा तो लगा हुआ है, बल्ब भी है लेकिन लाइट नहीं है.


गर्मी और अंधेरे में पढ़ रहे बच्चे
लाइट न रहने की वजह यह है कि यहां बिजली विभाग से अभी कोई कनेक्शन नहीं किया गया है. जिस बिल्डिंग में यह विद्यालय है उस बिल्डिंग के मकान मालिक ने इसको बेच दिया. इसके बाद लाइट का कनेक्शन काट दिया गया. यह स्थिति काफी समय से बनी हुई है. बच्चे यहां गर्मी में और अंधेरे में बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं. 


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हाथ के पंखे से हवा किया जा रहा
स्थिति तो यह है कि गर्मी की वजह से 34 बच्चों में से सिर्फ 7 से 8 बच्चे पढ़ने आ रहे हैं. प्रधानाध्यापक तरन्नुम बच्चे बीमार ना पड़े और उन्हें गर्मी ना लगे इसलिए खुद हाथ के पंखे से बच्चों पर हवा करके उन्हें पढ़ा रही हैं. उन्होंने कई बार अधिकारियों को अवगत कराया लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई.


प्रधानाध्यापक ने क्या बताया
जब हमने प्रधानाध्यापक तरन्नुम से इस मामले को लेकर बात की तो उन्होंने बताया कि यहां पहले लाइट का कनेक्शन था लेकिन यह मकान बिक गया. ये किराए का भवन है जिसमें बच्चे पढ़ते हैं. यहां लाइट का कनेक्शन नहीं है. बच्चे काफी समय से अंधेरे और गर्मी में पढ़ रहे हैं. यहां 34 बच्चे आते हैं. हमने कई बार अपने अधिकारियों को बताया लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती है.


मोबाइल की लाइट जलानी पड़ती है-प्रधानाध्यापक
प्रधानाध्यापक ने बताया, एक दो बार हमने लाइट चुपचाप लगा भी ली है तो बिजली विभाग के कर्मचारी आकर लाइट काट जाते हैं. स्थिति तो यह है कि हमारे उच्च अधिकारी जब यहां निरीक्षण के लिए और रजिस्टर चेक करने आते हैं तो हम उनको खुद अपने मोबाइल की लाइट जलाकर रजिस्टर चेक कराते हैं क्योंकि यहां लाइट आती ही नहीं है. 


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