Firozabad News: फिरोजाबाद जनपद में स्वास्थ्य और ट्रैफिक व्यवस्था की बदहाली शनिवार (4 जनवरी) को वायरल तस्वीरों से स्पष्ट हो गई. इन तस्वीरों ने यह साबित कर दिया कि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार को लेकर जितने भी दावे करे, लेकिन जमीनी स्तर पर हालात इसके बिल्कुल उलट हैं. 


दरअसल, फिरोजाबाद जिला चिकित्सालय के ट्रॉमा सेंटर की एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. जहां ट्रॉमा सेंटर जाने वाले रास्ते पर भीषण जाम लगा हुआ था. इस ट्रैफिक जाम में चार से ज्यादा एंबुलेंस फंसे हुए थे और लगातार सायरन भी बज रहा था. इसमें सवार परिजन पीड़ित मरीज की हालत देखकर निढ़ाल थे.


हालांकि इन एम्बुलेंस की आवाज किसी ट्रैफिक पुलिसकर्मी के कानों तक नहीं पहुंचीं. लगभग आधे घंटे से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद सायरन बजाती एंबुलेंस के भीतर से एक घायल बच्चे को गोदी में लिए परिजनों ने ट्रॉमा सेंटर की ओर दौड़ लगा दी. अब इस घटना की वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है.


'मरीज को गोद में लेकर पहुंचे परिजन'
दूसरा वीडियो भी फिरोजाबाद जिला चिकित्सालय के बाहर का है. जिसमें एक तीमारदार अपने मरीज को व्हीलचेयर के अभाव में गोद में लेकर काफी दूर चलता है. इस तीमारदार के मुताबिक, उसके मरीज का इलाज फिरोजाबाद जिला चिकित्सालय में चल रहा है, वह दवा लेने आया है.


तीमारदार ने बताया कि अंदर तक ऑटो और रिक्शा नहीं जाते हैं, इसलिए अपने मरीज को गोद में उठाकर ही लिए जा रहे हैं. जब उससे जिला अस्पताल में व्हीलचेयर की व्यवस्था के बारे में पूछा गया तो उसने कहा, "उसे नहीं पता व्हीलचेयर कहां है? वह करीब 300 मीटर गोद में उठाकर अपने मरीज को अस्पताल के भीतर लेकर दाखिल हुआ है. 


इन दोनों वायरल वीडियो में फिरोजाबाद की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था और बदहाल ट्रैफिक व्यवस्था की कलई खोलकर रख दी है. इस घटना के बाद फिरोजाबाद जिला चिकित्सालय में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की स्थिति पर सवाल उठने लगे हैं.


लखनऊ में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सीसीटीवी के जरिए हर जिला चिकित्सालय की निगरानी करते रहे हैं. व्हीलचेयर और स्ट्रेचर की व्यवस्था की जांच भी करने के दावा करते हैं, जिससे मरीजों को आसानी से सुविधा मिल सके. ऐसे में फिरोजाबाद जिला अस्पताल का यह नजारा खुफिया कैमरे से क्यों छिपा रहा? 


डॉक्टरों ने क्या कहा?
वायरल वीडियो के संदर्भ में जब जिला चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक डॉ नवीन जैन से बात की गई, तो उन्होंने बताया की वीडियो वायरल होने का मामला मेरे संज्ञान में आया है. शायद तीमारदार को जानकारी का अभाव था, इसलिए उसने व्हीलचेयर जिला चिकित्सालय के गेट से नहीं ली है. अन्यथा जिला चिकित्सालय में सारी सुविधाएं और व्यवस्थाएं हैं. गंभीर रूप से बीमार और घायल मरीजों को लाने के लिए स्ट्रेचर और व्हीलचेयर दोनों अस्पताल के गेट पर उपलब्ध रहते हैं. 


जिला चिकित्सालय अधीक्षक डॉ नवीन जैन ट्रॉमा सेंटर के बाहर सर्विस रोड पर लगने वाले जाम और एंबुलेंस के फंसने को लेकर भी सवाल किया गया. इस पर उन्होंने कहा कि कई बार इस विषय में लिखित शिकायत की जा चुकी है, बाहर प्राइवेट ट्रॉमा सेंटर चल रहा है, उसकी पार्किंग के चलते अक्सर जाम का सामना करना पड़ता है.


फिरोजाबाद जिला चिकित्सालय अधीक्षक डॉ नवीन जैन ने बताया कि अक्सर गंभीर अवस्था में आने वाले मरीज भी इस जाम में फंस जाते हैं, जिससे कई बार मुश्किलें खड़ी हो जाती हैं. उन्होंने बताया कि शिकायतों के बावजूद ट्रैफिक पुलिस समेत संबंधित अधिकारी समस्या का समाधान करने में नाकाम रहे हैं.


(फिरोजाबाद से रंजीत गुप्ता की रिपोर्ट)


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