UP News: फिरोजाबाद (Firozabad) को नगर निगम बने हुए 8 साल हो गए और अब इसे स्मार्ट सिटी (Smart City) का नाम दे दिया गया है लेकिन नगर निगम क्षेत्र में आने वाले कुछ मोहल्ले अब भी अपनी बदहाली के आंसू बहा रहे हैं. इन मोहल्लों की याद नगर निगम को उस समय आती है जब बरसात का मौसम आता है. इन क्षेत्रों में थोड़ी सी बरसात के बाद जलभराव हो जाता है और चारों तरफ सिर्फ पानी ही पानी नजर आता है. फिरोजाबाद स्मार्ट सिटी का रहीम नगर, किशन नगर, द्वारकापुरी, मोमिन नगर और नगला पचिया में पानी इतना भर गया है कि बच्चे स्कूल जाने के लिए गंदे पानी में निकलने को मजबूर हैं.
2021 में डेंगू से गई हैं कई जानें
इसी गंदे पानी से जलभराव की वजह से 2021 के सितंबर के महीने में फिरोजाबाद स्मार्ट सिटी में डेंगू की बीमारी से हाहाकार मच गया था. 60 से अधिक बच्चों की मौत हो गई थी और कई बीमार हो गए थे. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक अब तक डेंगू का लार्वा मिल चुका है. नगर आयुक्त ने पानी निकालने के लिए पंप की व्यवस्था करा दी है और डेंगू का लार्वा न पनपे उसके लिए दवाइयां भी जगह जगह डाली जा रही हैं. लेकिन सवाल यह उठता है कि लगातार 8 सालों से आखिरकार इन क्षेत्रों में विकास क्यों नहीं किया गया.
उधर, स्थानीय निवासियों का कहना है कि उन्हें बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. हर जगह बारिश का पानी भरा हुआ है. नगर निगम कुछ नहीं कर रहा है. गुड्डू नाम के एक व्यक्ति ने कहा कि बच्चे पानी में निकलते हैं. हम बहुत परेशान हैं. यहां हर साल बच्चे बीमार हो जाते हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती. एक अन्य निवासी मोहम्मद इजहार ने बताया कि यहां बहुत बुरी स्थिति है.हम लोग पानी से निकलते हैं. नमाज पढ़ने जाते है तब भी गंदे पानी में होकर निकलना पड़ता है. कोई सुनवाई नहीं है काफी समय से ऐसा ही पड़ा हुआ है.
72 स्थानों पर लगाए गए हैं पंप सेट - नगर आयुक्त
उधर, नगर निगम आयुक्त घनश्याम मीणा ने कहा कि जहां भी जलभराव की स्थिति है वहां हमने पंपसेट लगा दिए हैं. 72 ऐसे पॉइंट है जहां हमारे पंपसेट चल रहे हैं. डेंगू की रोकथाम के लिए मास लेवल पर छिड़काव कराया जा रहा है. हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि मच्छरों का कहीं प्रकोप ना हो. साफ-सफाई कराई जा रही है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी दिनेश कुमार प्रेमी ने इस मामले में कहा कि यह स्थिति हमारे लिए चुनौतीपूर्ण है. जगह-जगह एंटी लार्वा का छिड़काव किया जा रहा है.