गोरखपुर, एबीपी गंगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर में भी कोरोना ने दस्तक दे दी है। रविवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल से एंबुलेंस से गोरखपुर पहुंचे 49 वर्षीय अधेड़ की जांच में उसे कोरोना पॉजिटिव पाया गया। बीआरडी मेडिकल कॉलेज के कोरोना वार्ड में उसे भर्ती करने के बाद उसका इलाज किया जा रहा है। रविवार को दोपहर 3 बजे के आसपास वो अपने गांव पहुंचा था। जहां विरोध के बाद उसे शाम को बीआरडी मेडिकल कालेज भेज दिया गया था।
गोरखपुर के सीएमओ डा. श्रीकांत तिवारी ने बताया कि उरुवां कस्बे के हाटा बुजुर्ग असिलाभार सई गांव का रहने वाला 49 वर्षीय बाबूलाल 26 अप्रैल रविवार की दोपहर 3 बजे गांव पहुंचा। यहां पर उसने घर के अंदर जाकर कपड़े बदले थे। उसे सांस लेने में तकलीफ की शिकायत रही है। उन्होंने बताया कि शाम 5 बजे के आसपास बीआरडी मेडिकल कालेज लाया गया। यहां पर उसे कोरोना वार्ड में भर्ती किया गया यहां पर उसकी डेढ़ घंटे बाद CV-NET रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसके साथ आए उसके बेटे और एक अन्य युवक को क्वारंटीन कर दिया गया।
सीएमओ ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव का दिल्ली में हार्ट और शुगर का इलाज चल रहा था। वहां पर उसे किसी बड़े अस्पताल में रेफर किया गया। उसके बाद उसने गांव आने का फैसला किया और कल दोपहर वो अपने गांव आ गया। वहां पर वो एक फर्म में काम करता रहा है। उसके गांव के दो लोग और फर्म में काम करते रहे हैं। उन्हें भी क्वारंटीन किया गया है। हमारी टीम के जाने के बाद पता चला कि घर आने के बाद कपड़े बदला है। घर में जाने के बाद बच्चे और 16 सदस्य हैं। यही वजह है कि कुल 19 लोगों को क्वारंटीन कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि एक किलोमीटर के एरिया को सेनेटाइज करने के साथ गांव को एहतियात के तौर पर सील कर दिया गया है। कोई भी और केस आता है, तो उस पर नजर रखी गई है। गांव के प्रधान ने इस मामले में तत्परता दिखाई है। कोरोना पॉजिटिव की तबियत कल काफी खराब थी। आज वे अच्छा महसूस कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि यही वजह है कि त्वरित फैसला लेते हुए सस्पेक्ट को बीआरडी मेडिकल कालेज में भर्ती कर दिया गया। गांव को पूरा सेनेटाइज करने और पूरी टीम के सर्वे होने तक बाहर के लोग न जा पाएं, इसलिए गांव को सीज किया गया है।