गोरखपुर: बदलते वक्त में साइबर क्राइम सबसे बड़ी समस्या के रूप में उभरा है. अब साइबर क्राइम की रोकथाम के लिए यूपी के गोरखपुर रेंज में पहला साइबर थाना खोला गया है. इस थाने के लिए पूरी तरह से अलग टीम तैयार की गई है. इस थाने के खुलने से अब रेंज में साइबर क्राइम के मामले सुलझाने और साइबर अपराधियों की धर-पकड़ में सुविधा होगी. साइबर थाने का उद्घाटन डीआईजी रेंज राजेश डी मोडक राव ने किया. थाना एडवांस सॉफ्टवेयर और एक्सपर्ट टेक्निकल स्टाफ के जरिए यहां से साइबर क्राइम पर कंट्रोल किया जाएगा.



डीआईजी रेंज राजेश डी मोदक राव ने बताया कि ये साइबर क्राइम थाना गोरखपुर पुलिस लाइन में महिला थाना के सामने खोला गया है. ये थाना ऑनलाइन ठगी, बैंकों से धोखाधड़ी, एटीएम पिन पूछकर फ्रॉड करना, फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर किसी भी तरह की आपत्तिजनक टिप्पणी जैसे अपराधों से निपटेगा. डीआईजी रेंज राजेश डी मोडक राव ने कहा कि ये रेंज का पहला थाना है, जिसमें गोरखपुर समेत देवरिया, महाराजगंज, कुशीनगर में हुए साइबर क्राइम की मॉनिटरिंग की जाएगी.



इसके अलावा इस थाने में ही मंडल भर में हुए साइबर क्राइम की  एफआईआर भी दर्ज कराई जा सकेगी. उन्होंने कहा कि रेंज के चारों जिले में जो भी साइबर क्राइम के मामले आते हैं, उनके अलग-अलग जगहों पर निस्तारण में दिक्कत होती रही है. प्रदेश के सभी रेंज के मुख्यालयों पर साइबर क्राइम के थाने खुले हैं. जो भी संबंधित जिलों में होंगे या जिलों के थानों से होंगे, वे सब यहां आएंगे. इसके अलावा साइबर अपराध की एफआईआर भी यहीं दर्ज होंगी. उन्होंने बताया कि इसके साथ ही सीसीटीएनएस के नेटवर्क को भी जोड़ा जाएगा. हालांकि, इसमें थोड़ा समय लग सकता है, लेकिन जो कुछ भी अब होगा उसकी जांच यहीं से होगी. उन्होंने कहा कि अब साइबर क्राइम पर रोक लगाने में विशेष सुविधा मिलेगी.


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