Lockdown in UP लॉकडाउन में छूट का पहला दिन, प्रयागराज में सड़कों पर बढ़ी चहल -पहल, लेकिन दफ्तरों में रहा सन्नाटा
कोरोना संक्रमण के चलते लॉक डाउन जारी है। इस बीच आज से कुछ जरूरी सेवाएं शुरू की जा रही हैं, इसके अलावा कुछ छूट भी जाएगी। प्रयागराज में आज छूट का असर देखने को मिला है
प्रयागराज, एबीपी गंगा। संगम नगरी प्रयागराज भी उन जिलों में शामिल है, जहां आज से लॉक डाउन में थोड़ी रियायत दी गई है। छूट के पहले दिन जहां आम दिनों के मुकाबले सड़कों पर आज ज़्यादा चहल पहल देखने को मिल रही है, वहीं पुलिस भी उतनी सख्ती नहीं कर रही है। प्रयागराज में आज से सरकारी दफ्तरों में भी काम -काज शुरू हो गया है। हालांकि पहले दिन दफ्तरों में सन्नाटा ही पसरा हुआ है। सिर्फ एक तिहाई कर्मचारी आए हुए हैं तो फरियादी नदारद हैं। वैसे चार हफ्ते बाद घर से बाहर निकलने वाले लोगों ने आज राहत की सांस ली है।
प्रयागराज के चौक इलाके में पिछले चार हफ़्तों से सन्नाटा पसरा रहता था। सिर्फ ज़रूरी सेवाओं से जुड़े लोग या फिर खरीददारी के लिए घर से बाहर आने वाले ही सडकों पर नज़र आते थे। यहां हर थोड़ी दूरी पर सड़कों व गलियों में बैरीकेडिंग थी और पुलिस मुस्तैदी से डटी रहती थी। बेवजह बाहर निकलने वालों के साथ सख्ती बरती जाती थी, लेकिन आज यहां आम दिनों के मुकाबले ज़्यादा चहल पहल देखने को मिली। पुलिस रोकटोक तो कर रही थी, लेकिन पहले जैसी सख्ती नज़र नहीं आई। जो लोग हफ़्तों बाद बाहर निकले, उनके चेहरे पर राहत नज़र आ रही थी। यहां अघोषित तौर पर अब सुबह ग्यारह बजे तक ज़्यादा सख्ती नहीं किये जाने का फैसला किया गया है। मास्क पहनने को लेकर ज़्यादा सख्ती बरती जा रही है।
प्रयागराज में कलेक्ट्रेट के सामने स्थित विकास भवन में चौबीस सरकारी विभागों के दफ्तर हैं। आम दिनों में यहां इतनी भीड़ होती थी, कि पूरे कैम्पस में कई बार तिल रखने की जगह नहीं होती थी, लेकिन चार हफ्ते बाद आज दफ्तर खुलने पर भी यहां सन्नाटा पसरा हुआ था। सिर्फ एक तिहाई कर्मचारी ही बुलाए गए थे, लेकिन संख्या इतने में भी काफी कम रही। सभी दफ्तरों में सैनिटाइजेशन ज़ोरों पर चलता रहा। विभागों में जो कर्मचारी बैठे काम कर रहे थे, वहां सोशल डिस्टेंसिंग का असर साफ़ नज़र आ रहा था। यहां कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नरसिंह ने बताया कि कई दिनों बाद खुली हवा में सांस लेना काफी अच्छा लग रहा है। उनके मुताबिक़ फरियादियों और ज़रूरतमंदों का काम वह लोग प्राथमिकता के आधार पर कराएंगे, ताकि लोगों को कोई दिक्कत न हो।