नई दिल्ली, एबीपी गंगा। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए गठित 'राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र' नवगठित ट्रस्ट की आज दिल्ली में अहम बैठक होने वाली है। माना जा रहा है कि महंत नृत्य गोपाल दास और चंपत राय दोनों नये ट्रस्ट में मनोनीत किये जा सकते हैं। ट्रस्ट के सभी सदस्य दिल्ली पहुंच चुके हैं और रामलला के वकील रहे केशवन अय्यंगार परासरण के ग्रेटर कैलाश स्थित घर पर ट्रस्ट की पहली बैठक होगी। इस बैठक का मुख्य एजेंडा मंदिर निर्माण की तिथि और तौर-तरीकों के साथ-साथ, नए सदस्यों का चुनाव होगा। साथ ही मंदिर निर्माण के लिए चंदा लेने का स्वरूप क्या हो इस पर भी चर्चा की जाएगी।


आपको बता दें कि इस बैठक में महंत नृत्यगोपाल दास को आमंत्रण मिलने से ऐसे संकेत मिले हैं कि उन्हें भी ट्रस्ट में शामिल किया जा सकता है। महंत नृत्यगोपाल दास मंदिर निर्माण के लिए गठित ट्रस्ट में शामिल होने के दावेदार थे, पर 5 फरवरी को ट्रस्ट की पहली सूची में आश्चर्यजनक रूप से उनका नाम शामिल नहीं किया गया। इसे लेकर संतों में नाराजगी थी।


जमा हो चुका है छह करोड़ का चंदा


हालांकि पहले से ही मंदिर के लिए छह करोड़ रुपये से अधिक की राशि चंदे के रूप में जुटाई जा चुकी है। मंदिर निर्माण के लिए 70 फीसदी पत्थरों को तराशने का काम भी पूरा हो चुका है। फिर भी मंदिर निर्माण को राम भक्तों की आस्था से जोड़ने के उद्देश्य से आगे की धन संग्रहण की रणनीति को भी उसी के अनुरूप अंतिम रूप दिया जाना है।


केंद्र ने घोषित किए हैं नौ सदस्य


ट्रस्ट की पहली बैठक दिल्ली में ग्रेटर कैलाश-1 स्थित ट्रस्ट के कार्यालय में होगी, जो रामजन्म भूमि मामले की लंबी कानूनी लड़ाई लड़ने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता के. परासरन का कार्यालय है। केंद्र द्वारा घोषित किये गये 15 सदस्यीय ट्रस्ट में के परासरन अहम सदस्य हैं। सरकार ने परासरन समेत नौ सदस्यों के नाम घोषित किए हैं। इसके अतिरिक्त ट्रस्ट में केंद्र और राज्य सरकार द्वारा नियुक्त एक-एक पदाधिकारी होंगे। अयोध्या के जिलाधिकारी भी इसके सदस्य हैं।


जानिये ट्रस्ट के सदस्यों के नाम


के. परासरन, जगतगुरु स्वामी वासुदेवानंद, जगतगुरु स्वामी विश्वास प्रसन्नतीर्थ (उडुपी), स्वामी गोविंददेव गिरि, युगपुरुष परमानंद, कामेश्वर चौपाल, डॉ. अनिल मिश्रा (होम्योपैथिक डॉक्टर), विमलेंदु मोहन प्रताप मिश्रा (अयोध्या के शाही परिवार के सदस्य), महंत धीरेंद्र दास (निर्मोही अखाड़ा)