बाराबंकी, एबीपी गंगा। बाराबंकी जिले से बहने वाली सरयू नदी पिछले दो दिनों से लगातार तांडव मचाए है. सरयू नदी का जलस्तर 0.50 सेमी प्रति घण्टे की रफ्तार से बढ़ रहा है. फिलहाल, नदी खतरे के निशान से 65 सेमी ऊपर बह रही है. लगातार बढ़ रहे जलस्तर से लोगों की मुश्किलें और बढ़ रही हैं. जिसका खौफ आसपास बसे लोंगो में साफ दिख रहा है.


बाढ़ में फंसे पीड़ित लोग बांध पर गंगा मैय्या की पूजा अर्चना कर उनसे प्रार्थना कर रहे हैं. सिरौलीपुर तहसील के मांझारायपुर के बाढ़ पीड़ित आपसी सहयोग से गंगा मैय्या के लिए रामायण पाठ करवा प्रार्थना करने में जुटे हैं. वहीं, अन्य बाढ़ में डूबे गांवों के बाढ़ पीड़ित प्रशासन द्वारा नाव न उपलब्ध करवाने और उनकी कोई भी मदद न करने के गम्भीर आरोप लगा रहे हैं.


दरअसल, बाढ़ से पीड़ित लोगों को अब सिर्फ भगवान का ही सहारा बचा है. सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने से तराई क्षेत्रों में आज कल चारों तरफ सिर्फ पानी ही पानी दिखाई देता है. जलस्तर बढ़ने से लगभग सिरौलीपुर तहसील के 5 दर्जन से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में फिर आ गए हैं. सबसे ज्यादा प्रभावित तहसील सिरौलीपुर के गांव है. जहां के लोंगों की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं लेती. गांव में पानी भर गया है और गांव की तरफ आने और जाने वाले रास्ते भी पानी की भेंट चढ़ गए हैं.


पानी में अब सिर्फ नाव ही इन लोगों का सहारा है. लेकिन प्रशासन इन्हें नाव भी उपलब्ध नहीं करवा पा रहा है. हालांकि, बाढ़ से पीड़ितों को एक राहत जरूर मिली है. इन लोगों को कोरोना संकट के चलते सरकार की ओर से मिलने वाला खाद्यान्न जरूर निःशुल्क मिला है.