यूपी के बलरामपुर में राप्ती नदी और पहाड़ी नालों में उफान के कारण जिले में बाढ़ जैसे हालात हैं. जिले के तराई क्षेत्र में बड़े पैमाने पर लोगों को फसलों का नुकसान हुआ है. जिले के तकरीबन 100 गांवों में राप्ती नदी और पहाड़ी नाले बड़े पैमाने पर कटान कर रहे हैं, जिससे कई इलाकों में लोगों का आवागमन और जनसुविधाओं का कार्य बाधित हो गया है.
जिले में हो रही लगातार बरसात से धोबैनिया, जमधरा, कचनी पहाड़ी नालों में उफान है. इस कारण से विकास खंड हर्रैय्या सतघरवा अन्तर्गत ग्राम पंचायत ठठरहिया सहतीपुरवा गांव के पास करीब 200 मीटर दूरी पर स्थित धोबैनिया पहाड़ी नाला के कटान से किसानों के खड़े सैंकडों बीघा फसल तबाह हो रहे हैं. गांव की सड़क भी कटकर नाले में तब्दील हो गई है. यहां के स्थानीय लोग कटान और बाढ़ की समस्या से निजात दिलाने के लिए जिला प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन यहां के ग्रामीणों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
ग्रामीणों ने दी ये जानकारी
ग्रामीणों ने बताया कि हम ग्रामीण पिछले 20 दिनों से नाले की कटान के दहशत में जी रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनके कई बीघा खेत कटकर नाले में समाहित हो चुके हैं. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि गांव को आने वाली मुख्य सड़क भी कट गई है. यह डर बना हुआ है कि बाढ़ का पानी कभी भी गांव में घुस सकता है. लेकिन जिला प्रशासन और स्थानीय नेता सुध नहीं ले रहे हैं. पूरे मामले पर अपर जिला अधिकारी अरुण कुमार शुक्ला ने बताया कि जब राप्ती नदी का जलस्तर घटता है तो तेजी से कटान होती है. बाढ़ खंड को निर्देशित किया गया है कि ऐसे इलाकों को चिह्नित कर वहां बाढ़ रोधी कार्य कराएं जिससे आबादी प्रभावित ना हो.
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