अमरोहा, एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश के जनपद अमरोहा के आधा दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं । एहतियातन जिलाधिकारी ने जल्द गांव खाली करने के निर्देश दे दिए हैं। वहीं, उत्तराखंड में कई बादल फटने के साथ-साथ बिजनौर के बैराज डैम से गंगा में 1 लाख 76 हजार क्यूसेक पानी छूटने के बाद खादर में खतरे की घंटी बजने लगी है, क्योंकि अब गंगा उफान पर है। पिछले कई दिनों से बाढ़ प्रभावित इलाकों के ग्रामीण अपना गांव छोड़ने को तैयार नहीं है। लेकिन अब गंगा का जलस्तर बढ़ने पर टापू स्थित आधा दर्जन गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। गंगा का जलस्तर लोगों के घरों तक पहुंच गया है। जिसके बाद सबको सुरक्षित स्थान पर भेजा जा रहा है।



अमरोहा की तहसील धनोरा के क्षेत्र गजरौला के करीब आधा दर्जन गांवों की बिजली भी काट दी गई है।अंधेरे में डूबे रहे दहशत भरे ये गांव बचे-कुचे राशन पानी के भरोसे चल रहे हैं। हालांकि, प्रशासन की टीम भी गांव का निरीक्षण कर रही है।


अमरोहा  जिलाधिकारी ने खाली  करने के निर्देश भी दे दिए हैं। गंगा नदी में चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। किसानों की हजारों बीघा गन्ने-मक्का की फसले भी जलमग्न हो गई हैं। लोग छतों पर चढ़कर रात गुजारने को मजबूर हो चुके हैं। किसान और भी दहशत में हैं। चारों तरफ से गंगा नदी का पानी आधा दर्जन गांवों को चपेट में लिए हुए हैं। पानी ज्यादा गांव में आ जाने के कारण बच्चे स्कूल में भी पढ़ने नहीं जा पा रहे हैं।



गांव से आने जाने के कारण  गांव के किसानों ने हर घर से 20 किलो अनाज इकट्ठा कर उस अनाज के बदले चार नाव  गांवों के घाटों पर लगा रखी हैं। जिससे आने जाने बाले ग्राम वासियों को ज्यादा परेशानी ना हो सके।


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