मथुरा, एबीपी गंगा। यूपी के कई इलाके बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। मथुरा में भी बाढ़ का असर देखने को मिल रहा है। हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से छोड़ा गया लाखों क्यूसेक पानी अब मथुरा में कहर बरपा रहा है। यमुना किनारे बसे गांवों की फसलों को भारी नुकसान हुआ हा साथ ही अब पानी वृन्दावन की निचली कॉलोनियों तक पहुंच चुका है। पानी बढ़ने की वजह से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) ब्रजेश कुमार ने बताया कि, 'जिलाधिकारी के निर्देशानुसार बाढ़ को देखते हुए कई स्थानों पर बाढ़ राहत शिविर बनाए जाएंगे तथा शिविरों में शरण लेने वाले नागरिकों की जरूरत का हर सामान मुहैया कराया जाएगा।' उन्होंने बताया कि, 'केशीघाट पर यात्रियों की सुरक्षा की दृष्टि से पीएसी की एक प्लाटून फ्लड यूनिट तैनात की गई है। पीएसी के जवान लगातार यमुना में दो स्टीमरों से गश्त कर रहे हैं और श्रद्धालुओं को यमुना किनारे से दूर रहने की चेतावनी दे रहे हैं।
जानकारी के अनुसार कुछ कॉलोनियों में बाढ़ के हालात बनने के बाद वहां के निवासियों ने सुरक्षित स्थानों पर पलायन करना शुरु कर दिया है। बुधवार को यमुना का जलस्तर बढ़ने से केशीघाट की आठ सीढ़ियां जलमग्न हो गई। वृन्दावन के श्याम कुटी क्षेत्र स्थित श्याम विहार कॉलोनी, यमुना विहार, कालीदह क्षेत्र स्थित कालिंदी विहार कॉलोनी में यमुना का पानी प्रवेश कर गया है।