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गोंडा: खतरे के निशान से ऊपर घाघरा नदी, बाढ़ की चपेट में कई गांव
कर्नलगंज तहसील क्षेत्र के नकहारा गांव के आधा दर्जन मजरे बाढ़ के चपेट में हैं. वहीं, तरबगंज तहसील क्षेत्र के नवाबगंज का इलाका भी पूरी तरीके से जलमग्न है. जिले में करीब एक दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में हैं.
गोंडा. यूपी के गोंडा जिले में भारी बारिश के कारण घाघरा नदी खतरे के निशान से ऊपर है. नदी का जलस्तर कुछ घटा है, लेकिन अभी भी ये खतरे के निशान से 60-65 सेमी ऊपर बह रही है. इस कारण कर्नलगंज तहसील क्षेत्र के नकहारा गांव के आधा दर्जन मजरे बाढ़ के चपेट में हैं. वहीं, तरबगंज तहसील क्षेत्र के नवाबगंज का इलाका भी पूरी तरीके से जलमग्न है. जिले में करीब एक दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में हैं.
खेतों में लगी फसल बर्बाद
खेतों में भी पानी लबालब भर गया है, जिस वजह से फसल बर्बाद हो गई है. वहीं, सड़क किनारे बने घर या तो डूबे हुए हैं या टापू में तब्दील हैं. बताया जा रहा है कि एक प्राथमिक विद्यालय भी बाढ़ की चपेट में है. स्कूल परिसर पूरा पानी से भरा हुआ है.
"सरकार से नहीं मिल रही सहायता"
प्रशासन बाढ़ पीड़ितों को तमाम सुविधाएं मुहैया कराने के दावे कर रहा है, लेकिन बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि प्रशासन की तरफ से उन्हें कोई सुविधा नहीं दी जा रही है. यहां तक कि पशुओं के चारे की व्यवस्था करना भी मुश्किल हो रहा है.
अपर जिला अधिकारी राकेश सिंह ने कहा कि दो तहसील क्षेत्र में बाढ़ जैसी स्थिति है. उन्होंने दावा किया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में राशन किट के साथ पशुओं के लिए भूसे की व्यवस्था करवाई जा रही है. मेडिकल की टीम भी लोगों को चिकित्सा सुविधा मुहैया करा रही है. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन पूरी तरीके से मुस्तैद है.
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अवधेश कुमार, राजनीतिक विश्लेषकJournalist
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