लखनऊ, संतोष कुमार। क्या आज महंगाई के जमाने में किसी व्यक्ति को पांच रुपये में एक वक्त का और 10 रुपये में दो वक्त का भोजन दिया जा सकता है। नहीं ना, लेकिन उत्तर प्रदेश में यह अब तक इसी दर से जेलों में बंद विचाराधीन कैदियों के लिए भोजन दिया जाता था। उत्तर प्रदेश सरकार ने फिलहाल इस दर को बढ़ा दिया है। सरकार ने ना सिर्फ बंदियों के भोजन की दर को बढ़ाया है, बल्कि कैदियों के लिए चाय भी दिए जाने का इंतजाम किया है।


उत्तर प्रदेश की जेलों में फैला भ्रष्टाचार हमेशा ही सरकारों और लोगों के बीच चिंता का मुद्दा रहा है, लेकिन किसी सरकार ने इस भ्रष्टाचार की वजह को नहीं तलाशा। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस दिशा में शुरुआत की बंदियों को मिलने वाली सुविधाओं के एवज में घूसखोरी की वजह को तलाशा तो अफसरों के होश उड़ गए। उत्तर प्रदेश की जेलों में विचाराधीन बंदियों के लिए एक वक्त का भोजन पांच रुपये में और दोनों टाइम का भोजन दस रुपये में दिया जाता था। व्यवहारिक तौर पर भले ही यह संभव ना हो लेकिन सरकारी बजट से इतना ही धन उत्तर प्रदेश की जेलों को आवंटित किया जाता रहा है।


लेकिन अब उत्तर प्रदेश सरकार ने इस बजट को बढ़ाने का फैसला लिया है। सरकार ने एक वक्त के भोजन के लिए 25 रुपये और पांच रुपये चाय के लिए देने का फैसला किया है। यानी अब यूपी की जेलों में विचाराधीन बंदियों को भोजन के साथ साथ चाय भी मिलेगी और भोजन के लिए सरकार ने पांच रुपये से बढ़ाकर 25 रुपये कर दिया है। गृह विभाग ने यह फैसला लेते हुए उत्तर प्रदेश के सभी जेलों पर नई दरों से विचाराधीन बंदियों के लिए भोजन का बजट भी जारी कर दिया है।


यह भी पढ़ें:


ग्रेटर नोएडा: शाहबेरी में रेरा की बड़ी कार्रवाई, 16 बिल्डरों के प्रोजेक्ट का पंजीकरण रद्द

सरकार की इस योजना से पाएं 3,000 रुपये की मासिक पेंशन, जानिए कैसे उठा सकते हैं लाभ