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UP: भातखण्डे संस्थान की बर्खास्त कुलपति पर गबन का केस दर्ज, नियमों को ताक पर रखकर किया फंड का दुरुपयोग
लखनऊ स्थित भातखण्डे संस्थान की कुलपति ने बिना टेंडर के काम किये. साथ ही सीधी भर्ती में भी नियमों का उल्लंघन किया गया. उनके खिलाफ की गई जांच में आरोप सही पाये गये.
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लखनऊ: भातखंडे संगीत संस्थान की पूर्व कुलपति प्रोफेसर श्रुति सडोलीकर के खिलाफ कैसरबाग कोतवाली में गबन, धोखाधड़ी और षड्यंत्र समेत अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई गई है. प्रोफेसर श्रुति को गम्भीर अनियमितताओं के आरोप में राज्यपाल द्वारा बर्खास्त किया जा चुका है.
बिना टेंडर के काम कराए
प्रो. श्रुति सडोलीकर की जांच कुलाधिपति (राज्यपाल) ने कराई थी जिसमें उन पर लगे तमाम आरोप सही पाए गए. वर्ष 2017-18 में भातखण्डे संस्थान में उन्होंने कई निर्माण कार्य कराए जिसमें गड़बड़झाला सामने आया था. जांच में पता चला कि प्रो. श्रुति ने बिना टेंडर के काम कराए थे और कंपनियों को मोटी रकम का भुगतान किया था. भातखंडे संस्थान में वर्ष 2018 में कला मंडपम प्रेक्षाग्रह के निर्माण में तीन करोड़ 80 लाख रुपए का अनुमोदन किया गया था. यह काम सप्रू मार्ग के सरवन प्लाजा स्थित एक्यूरेट इंजीनियरिंग फर्म को दिया गया और 23,91103 रुपए की स्वीकृति दी गई. इसी तरह अंजली ट्रेडर्स, पुण्य इंटरप्राइजेज, एपेक्स कूलिंग सर्विसेज, उषा एसोसिएट्स, बीआर इंटरप्राइजेज, इंडियन फायर सर्विस, वर्मा इलेक्ट्रॉनिक्स, यूपी इंडस्ट्रियल कॉरपोरेशन को 4 करोड़ रुपए का अनियमित भुगतान किया गया. अभी भी 1,80,00000 रुपए का भुगतान किया जाना बाकी है.
अनियमितता के लगे आरोप
प्रो. श्रुति पर चिकित्सा, पंखों की आपूर्ति, कॉरपस फंड के सापेक्ष बैंक से लोन लेकर अनियमितता करने, संस्थान के कर्मचारियों का पेंशन अंशदान लंबे समय से जमा न करके उनका हक मारने और विधानसभा चुनाव आचार संहिता लागू होने के दौरान चुनाव आयोग की अनुमति के बगैर राजकुमार नाम के व्यक्ति की सीधी भर्ती से नियुक्ति करने संबंधी आरोप लगे थे.
जांच में सही पाये गये आरोप
इन आरोपों की शिकायत शासन स्तर पर की गई थी जिसके बाद राज्यपाल के आदेश पर प्रमुख सचिव संस्कृति अनुभाग व संस्कृति निदेशालय के निदेशक ने एक जांच समिति गठित की. जांच में प्रो. श्रुति पर लगाए गए सभी आरोप सही पाए गए. इसके बाद भातखंडे के कुलसचिव डॉक्टर लवकुश द्विवेदी ने प्रोफेसर श्रुति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई. एफआईआर में भातखंडे के कुछ कर्मचारियों की भूमिका भी बताई गई है. पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर का कहना है कि विवेचना में जो भी नाम सामने आएंगे, उन्हें शामिल कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
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