Prayagraj News: समाजवादी पार्टी के विधायक जवाहर पंडित की हत्या के मामले में उम्र कैद की सजा काट रहे बीजेपी के पूर्व विधायक उदयभान करवरिया 25 जुलाई को जेल से रिहा हो गए. यह रिहाई यूपी सरकार की सिफारिश पर गवर्नर द्वारा उनकी बाकी सजा को माफ कर दिए जाने की वजह से हुई है. हालांकि सपा विधायक की हत्या में ट्रायल कोर्ट द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद उम्र कैद की सजा काट रहे बीजेपी नेता की सजा माफ़ी के आदेश पर विवाद खड़ा हो गया है.


बीजेपी के पूर्व विधायक उदयभान करवरिया की रिहाई आज सुबह तकरीबन आठ बजे हुई. वह 8 साल 9 महीने बाद जेल से रिहा हुए. इस अवधि में उन्हें प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल में रखा गया था. उदयभान की जेल से रिहाई के वक्त उनकी पत्नी और पूर्व विधायक नीलम करवरिया भी जेल के बाहर मौजूद थीं. जेल से बाहर आने पर समर्थकों ने उन्हें फूलों की माला पहनाई. घर पहुंचने पर भी समर्थकों ने खुशियां मनाई. उम्रकैद की सजा पर शासन ने 19 जुलाई को समय पूर्व रिहाई का आदेश दिया था. योगी सरकार की सिफारिश पर गवर्नर ने उदयभान करवरिया की उम्र कैद की बाकी सजा को माफ कर दिया था. इसके बाद पूर्व विधायक की किसी अन्य मामले में कस्टडी  नहीं होने की रिपोर्ट भेजी गई थी. कागजी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद आज सुबह उदयभान को जेल से रिहा कर दिया गया. 


विधायक की रिहाई पर सपा ने जताया ऐतराज
हालांकि योगी सरकार के सजा माफी कराए जाने के फैसले को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. मौत के घाट उतारे गए पूर्व विधायक जवाहर पंडित के परिवार वालों और समाजवादी पार्टी के नेताओं ने योगी सरकार के इस फैसले पर सवाल उठाए हैं. विधायक की हत्या जैसे गंभीर आरोपों में दोषी करार दिए गए सजायाफ्ता कैदी को माफी दिए जाने पर एतराज बताया है. परिजनों और विपक्षी नेताओं का कहना है कि योगी सरकार एक तरफ कानून व्यवस्था की दुहाई देती है और दूसरी तरफ विधायक की हत्या के दोषी बीजेपी नेता को कोर्ट के आदेश के बावजूद जेल से रिहा कराने का काम करती है. उम्र कैद की सजा काट रहा मुलजिम बीजेपी का नेता और पूर्व विधायक है, इसलिए उसकी सजा माफ कराई गई है.


समाजवादी पार्टी के तत्कालीन विधायक जवाहर यादव उर्फ जवाहर पंडित की हत्या साल 1996 के अगस्त महीने में शहर के पाश इलाके सिविल लाइंस में एक-47 से हुए हमले में की गई थी. इस हमले में करवरिया परिवार के कई सदस्य आरोपी बनाए गए थे. मौत के घाट उतारे गए विधायक जवाहर पंडित का परिवार योगी सरकार के फैसले को अदालत में चुनौती देने की तैयारी में है. 


2002 और 2007 में चुने गए थे विधायक
उदयभान करवरिया 2002 और 2007 में प्रयागराज की बारा सीट से बीजेपी का टिकट पर विधायक चुने गए थे. उनकी पत्नी उदयभान करवरिया 2017 में बीजेपी के टिकट पर मेजा सीट से विधायक निर्वाचित हुई थी. समाजवादी पार्टी के विधायक रहे जवाहर पंडित मर्डर केस में उदयभान के बड़े भाई पूर्व सांसद कपिलमुनि करवरिया, छोटे भाई पूर्व एमएलसी सूरजभान करवरिया समेत परिवार के कई अन्य लोग अब भी जेल में है. सपा विधायक के मर्डर केस में राजस्थान के मौजूदा गवर्नर कलराज मिश्र ने भी उदयभान करवरिया के बचाव में गवाही दी थी.


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