GRP Constable Murder Case: साल 1995 को 4 फरवरी को हुए जीआरपी सिपाही हत्याकांड को लेकर बसपा के पूर्व सांसद उमाकांत यादव समेत सात आरोपी दोषी करार हुए हैं. इस हत्याकांड में पूर्व सांसद उमाकांत यादव समेत सात लोग आरोपी बनाए गए थे. अब सभी आरोपियों को अपर सत्र न्यायाधीश ने दोषी करार ठहराया है और इनके सजा के प्रश्न पर सोमवार को सुनवाई होगी.
ये था मामला
बता दें कि पूर्व सांसद उमाकांत यादव का ड्राइवर किसी रिश्तेदार को ट्रेन तक पहुंचाने गया था. इसी दौरान जीआरपी के सिपाही से उसकी अनबन हो गई. इस बात पर जीआरपी के सिपाही ने उमाकांत के ड्राइवर को थाने में बैठा लिया और यह बात जब उमाकांत यादव को पता चली तो वे दल बल के साथ शाहगंज जंक्शन पहुंच गए.
सात लोगों ने की ताबड़तोड़ फायरिंग
इस दौरान शाहगंज जंक्शन पर विवाद काफी बढ़ गया. फिर उमाकांत यादव सहित सात लोगों ने वहां ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी, इस फायरिंग में एक सिपाही अजय सिंह की मौत हो गई. इसके अलावा कई लोग घायल भी हो गए, इस हत्याकांड के समय उमाकांत यादव खुटहन से बसपा विधायक थे. बता दें कि सभी आरोपियों को सजा के प्रश्न पर सोमवार को सुनवाई होगी.
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