Uttarakhand Election 2022: उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव नजदीक है. चुनाव को लेकर तमाम राजनीतिक पार्टी ने अपनी तैयारियां जोर शोर से शुरू कर दी हैं. जहां बीजेपी की ओर से पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के उत्तराखंड में दौरे को लेकर विचार कर रही है, तो वहीं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने जुबानी हमला बोला है. हरीश रावत ने कहा है कि बीजेपी कितने भी प्रयास, कितना ही बड़ा दाव क्यों ना लगा दे, जनता महंगाई की मार, बेरोजगारी और कोरोना काल के समय में जो राज्य सरकार की विफलता है, उस लापरवाही को उत्तराखंड की जनता माफ नहीं करने जा रही है.
हरीश रावत ने कहा कि शोर डबल इंजन का है. लेकिन कहीं कोई काम नहीं दिखाई दे रहा. जितनी भी कल्याणकारी योजनाएं हमारी सरकार ने चलाई थी, इस सरकार ने एक-एक करके वह बंद कर दी. इस समय बीजेपी तो कटघरे में है. वह जितना ही बड़ा चेहरा लाएंगे, प्रदेश की जनता बीजेपी से जोरों से सवाल खड़े करेगी. बीजेपी के साथ के 60 के पार नारे को लेकर हरीश रावत ने चुटकी लेते हुए कहा, 'जिस तरह के जिस तरीके से महंगाई की मार से जनता पीड़ित है, उसको देखते हुए यह लगता है कि बीजेपी 60 के पार नहीं, बल्कि उत्तराखंड के बाहर बीजेपी जा रही है. जनता और बीजेपी के नारों में द्वंद है. इसलिए बीजेपी जितने नारे लगा रही है, जनता उतना ही चिड़ रही है. वहीं, हरीश रावत ने चुनाव लड़ने पर कहा, 'पहले तो मैं कोई चुनाव लड़ना नहीं चाहता. अगर पार्टी जहां से चुनाव लड़ने के लिए कहेगी, मैं वहां से लड़ूंगा. मैं चुनाव लड़ाना चाहता हूं और जब तक मैंने चुनाव लड़ आए हैं, पार्टी सत्ता में आई है.
शंखनाद रैली को लेकर हरीश रावत ने कही ये बात
कांग्रेस की ओर से निकाली जा रही शंखनाद रैली को लेकर हरीश रावत ने कहा, 'इस रैली के जरिए हम एक शंखनाद करना चाहते हैं. बीजेपी हर मोर्चे में फेल हो चुकी है. उत्तराखंड जैसे राज्य के लिए एक अक्रमण्ड सरकार राज्य के लिए भारी नुकसान है, जिस तरह से बार-बार मुख्यमंत्री बदले गए, उससे बीजेपी सरकार स्वीकार कर रही है क्योंकि हर मोर्चे पर वह फेल हो चुकी है और इस शंखनाद रैली से प्रदेश में परिवर्तन है.
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