बेटे रोहित के निधन पर मां उज्ज्वला का बयान, बहुत-कुछ है कहने को...
पूर्व मुख्यमंत्री स्व. नारायण दत्त तिवारी के बेटे रोहित का आक्समिक निधन हो गया है। रोहित ने दिल्ली के मैक्स अस्पताल में अंतिम सांस ली।
नोएडा, एबीपी गंगा। पूर्व मुख्यमंत्री स्व. नारायण दत्त तिवारी के बेटे रोहित शेखर के आकस्मिक निधन की खबर ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। मंगलवार को रोहित ने दिल्ली के मैक्स अस्पताल में अंतिम सांस ली। बताया जा रहा है कि रोहित शेखर की दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी में स्थित उनके घर पर ही मौत हो गई थी। रोहित की पत्नी और मां उन्हें मैक्स अस्पताल ले गईं, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हालांकि, मौत किस वजह से हुई अभी इसकी जानकारी नहीं मिल पायी है। इस बीच रोहित की मां का बयान सामने आया है।
बेटे की मौत पर बोली मां रोहित शेखर की मौत पर उनकी मां उज्ज्वला ने कहा, 'समझ में नहीं आ रहा है क्या हो गया। कल तक सब ठीक था पता नहीं अचानक क्या हो गया। मैं उनकी बीमारी के बारे मे विस्तृत बयान बाद में दूंगी। बहुत सी बातें हैं, बहुत कुछ है कहने को, अगर आप मुझे समय देंगे तो मैं आपके सामने बहुत बातें लेकर आउंगी। साजिश की बात पर वो बोलीं कि इस विषय में बाद में बात करूंगी। उन्होंने आगे कहा, 'रोहित की मृत्यु पूरी तरह सामान्य है, लेकिन कुछ अवसाद हैं और उन अवसादों के पीछे कौन-कौन लोग हैं, जिन्होंने उसे मानसिक यातनाए दीं हैं, उसके बारे में आपको जरूर बताऊंगी मैं। आज मुझे क्षमा करें, समय आने पर सारी बातें खोलूंगी।' उन्होंने बताया कि रोहित को कोई न्यूरो की प्रॉब्लम नहीं थी। वो बहुत अच्छा था।बता दें कि रोहित के पिता एनडी तिवारी यूपी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रह चुके थे। साउथ दिल्ली के डीसीपी विजय कुमार ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा, 'यूपी और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी का निधन हो गया है। जब उन्हें मैक्स अस्पताल लाया गया तो वे पहले से ही मृत थे।'
DCP South Delhi Vijay Kumar: Rohit Shekhar Tiwari, son of late former Uttar Pradesh and Uttarakhand CM N D Tiwari, has been brought dead to Max Saket hospital.Further details are awaited. pic.twitter.com/PedZ53NECz
— ANI (@ANI) April 16, 2019
पिता के नाम के लिए लड़ी लंबी कानूनी लड़ाई
गौरतलब है कि रोहित शेखर ने एनडी तिवारी को अपना पिता साबित करने के लिए लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी थी। इसके लिए डीएनए टेस्ट भी कराया गया था, तब जाकर तिवारी ने रोहित को अपना बेटा माना था। लंबी लड़ाई से थकने के बाद 90 साल की उम्र में एनडी तिवारी ने सार्वजनिक रूप से मान लिया था कि रोहित शेखर उनके बेटे हैं। इसके बाद उन्होंने बेटे रोहित को अपनी राजनीतिक विरासत सौंप दी थी।
2017 में बीजेपी में हुए थे शामिल
रोहित शेखर साल 2017 में उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा में शामिल हुए थे। वे दिल्ली में अपनी मां उज्ज्वला और पत्नी अपूर्वा शुक्ला के साथ रहते थे। साल 2018 में रोहित की शादी इंदौर निवासी अपूर्वा शुक्ला से हुई थी।