Eye Flu in Uttarakhand: उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के साथ ही आई फ्लू ने लोगों की परेशानी को बढ़ा दिया है. दरअसल इन दिनों राज्य के कई इलाकों में आई फ्लू के मरीज देखने में आए हैं. इन दिनों लगातार यह बीमारी तेजी से बढ़ती जा रही है. आई फ्लू एक ऐसी बीमारी है जिससे देखने में और बाहर निकलने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और इस बीमारी के चपेट में अन्य लोगों के आने से उनको भी यह बीमारी हो सकती है.


उत्तराखंड में अब इस बीमारी ने बड़े-बड़े नेताओं को भी अपनी चपेट में ले लिया है. उत्तराखंड के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा को भी आई फ्लू हुआ है और इन दिनों वह अपने पैतृक गांव में रह रहे हैं. करण माहरा से एबीपी लाइव ने बात की तो उन्होंने बताया कि उनको आई फ्लू हुआ है और इन दिनों वह अपने गांव रानीखेत में हैं. ऐसे में करण माहरा बागेश्वर उपचुनाव के लिए भी नहीं जा पा रहे हैं. वहीं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को भी आई फ्लू की समस्या हुई है. वह भी आई फ्लू के कारण परेशान हैं और परेशानी के कारण अपने घर पर आराम कर रहे हैं.


चश्मा लगाकर बाहर निकले


आई फ्लू उत्तराखंड में  लगातार तेजी से फैल रहा है, इसके विषय पर हमने दून हॉस्पिटल के डॉ ओझा से बात की तो उन्होंने बताया 'आई फ्लू से बचने का एक ही तरीका है जब आप बाहर निकलते हैं तो आंखों पर चश्मा लगाकर निकले, इसके साथ ही ऐसे लोगो संपर्क आने से बचे जिनको आई फ्लू हुआ है. उनका कहना है कि आई फ्लू एक हफ्ते में ठीक हो जाता है. आप को इसके इलाज के लिए एक्सपर्ट डॉक्टर को दिखाना चाहिए इलाज के दौरान लापरवाही न बरतें, ये एक एलर्जी है जो समय के साथ ठीक हो जाती है. समय-समय पर दवाई लेने से एक हफ्ते में ये खुद ठीक हो जाती है लेकिन सावधानी बेहद जरूरी है.'


पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत आई फ्लू से संक्रमित


फिलहाल कांग्रेस और बीजेपी दोनों के ही नेता आई फ्लू की चपेट में हैं. पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण सिंह मेहरा आई फ्लू के शिकार हुए हैं और दोनों ही लोग भीड़ भरी जिंदगी से दूर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं.


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