Dehradun News: उत्तराखंड कांग्रेस (Uttarakhand Congress) के भीतर अब हरिद्वार संसदीय सीट को लेकर हरीश रावत बनाम हरक सिंह रावत बनता जा रहा है. ये कहानी हरिद्वार से भले ही जुडी हो, लेकिन प्रदेश कांग्रेस में तूफान खड़ा करने वाली है. मंगलवार को पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत ने पूर्व सीएम हरीश रावत से हरिद्वार से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए सहयोग और आशीर्वाद मांगा है, साथ ही उन्होंने कहा कि 2009 में हरीश रावत का मैंने साथ दिया अब उनको मुझे हरिद्वार के चुनाव में आशीर्वाद देना चाहिए, लेकिन हरीश रावत ने लोकसभा के लिए हरक सिंह रावत को आशीर्वाद देने से मना कर दिया है.
हरीश रावत ने क्या कहा?
आर्शीवाद को लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि मेरे लिए कार्यकर्त्ता सबसे ऊपर है, पांचों सीटों पर जो भी प्रत्याशी होंगे, उन्हें मेरा आशीर्वाद मिलेगा. इसी के साथ उन्होंने कहा कि 2016 में जिन लोगों ने कांग्रेस की सरकार गिराकर लोकतंत्र की हत्या की थी, उनके नाम सबको पता है. दस साल से पार्टी सत्ता से बाहर है, इसलिए कार्यकर्ताओं के बारे में सोचना चाहिए. साथ ही हरीश रावत ने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ताओं पर मुकदमे लगाए जा रहे है.
दरअसल, हाल ही में पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत ने पूर्व सीएम हरीश रावत से हरिद्वार से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए सहयोग और आशीर्वाद मांगा था. साथ ही उन्होंने कहा था कि 2009 में मैंने हरीश रावत को लेकर सोनिया गांधी, अहमद पटेल और राहुल गांधी से पैरवी की थी. साथ ही नेता प्रतिपक्ष रहते हुए हरीश रावत को सांसद का टिकट दिलवाया था, वहीं 2009 की मेरी सोच काम आई और हरीश रावत सांसद के बाद फिर सीएम बने. इसके बाद उन्होंने कहा कि अब हरीश रावत को मुझे आशीर्वाद देना पड़ेगा. में हरीश रावत का मैंने साथ दिया अब उनको मुझे हरिद्वार के चुनाव में आशीर्वाद देना चाहिए.
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