बीजेपी में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया, बोले- पीएम मोदी के हाथों में देश सुरक्षित
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद ज्योदिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी बदल चुकी है और अब उसके जरिए जनसेवा संभव नहीं थी।
नई दिल्ली, एबीपी गंगा। मध्यप्रदेश के कद्दावर नेता और पूर्व सांसद ज्योदिरादित्य सिंधिया बीजेपी में शामिल हो गए हैं। सिंधिया ने दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद ज्योदिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी बदल चुकी है और अब उसके जरिए जनसेवा संभव नहीं थी।
सिंधिया ने पीएम नरेंद्र मोदी की भी तारीफ की और कहा कि उनके हाथ में देश का भविष्य पूरी तरह सुरक्षित है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार पर भी जमकर निशाना साधा और कहा कि वहां किसान, युवा त्रस्त हैं और भ्रष्टाचार पनप रहा है।
ज्योतिरादित्य ने यह भी कहा कि, ' कांग्रेस पार्टी में रहकर मैंने 18-19 वर्षों में पूरी श्रद्धा के साथ देश-प्रदेश की सेवा करने की कोशिश की है। लेकिन मन दुखी है कि जो स्थिति आज उत्पन्न हुई है, मैं कह सकता हूं कि जनसेवा के लक्ष्य की पूर्ति उस संगठन से नहीं हो पा रही है। इसके अतिरिक्त वर्तमान में जो स्थिति कांग्रेस पार्टी में है वह कांग्रेस पार्टी आज नहीं रही जो पहले थी।' उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी वास्तविकता से इनकार करती है, नई सोच, विचारधारा और नए नेतृत्व को मान्यता नहीं दी जाती है।
इस दौरान बीजेपी अध्यक्ष नड्डा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आज हम सबके लिए बहुत खुशी का विषय है और आज मैं हमारी वरिष्ठतम नेता दिवंगत राजमाता सिंधिया जी को याद कर रहा हूं। भारतीय जनसंघ और भाजपा दोनों पार्टी की स्थापना से लेकर विचारधारा को बढ़ाने में एक बहुत बड़ा योगदान रहा है। ज्योतिरादित्य जी आज अपने परिवार में शामिल हो रहे हैं, मैं इनका स्वागत करता हूं और हार्दिक अभिनन्दन भी करता हूं।’’
Delhi: #JyotiradityaMScindia joins BJP at party headquarters, in the presence of party president JP Nadda. pic.twitter.com/YiF3hMXJav
— ANI (@ANI) March 11, 2020
बतादें कि सिंधिया ने मंगलवार को बीजेपी पूर्व अध्यक्ष और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। शाह से मुलाकात के बाद वो नरेन्द्र मोदी से उनके आवास पर भी मिले। इन मुलाकातों के बाद सिंधिया ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेज दिया था। इस्तीफे में तारीख सोमवार नौ मार्च की थी।