लखनऊ: उत्तर प्रदेश की सियासत में पिछले दो दिनों से पूर्व नौकरशाह अरविंद कुमार शर्मा को लेकर खूब चर्चा थी जो कि पीएम नरेंद्र मोदी के खासे करीबी माने जाते हैं, वजह रही उनके राजनीति पारी की शुरुआत. आज अरविंद कुमार शर्मा ने बीजेपी की औपचारिक सदस्यता लखनऊ में ग्रहण कर ली. बीजेपी में अरविंद कुमार शर्मा को प्रदेशाध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने शामिल करवाया और उस दौरान सूबे के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा भी मौजूद थे.


विधानपरिषद में होगी एंट्री


नौकरी में दो साल बचे होने के बावजूद स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने वाले अरविंद कुमार शर्मा भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी(IAS)रहे हैं. उत्तर प्रदेश में विधानपरिषद के 12 सीटों के लिए चुनाव होना है, जिसमे पूर्व नौकरशाह एके शर्मा को बीजेपी अपना उम्मीदवार बनाएगी. इसके साथ ही कयास यहां भी है कि उन्हें उत्तर प्रदेश में होने वाले कैबिनेट विस्तार में मंत्रिमंडल में भी जगह दी जाएगी.


प्रदेश अध्यक्ष ने की तारीफ


यूपी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने एके शर्मा को बीजेपी में शामिल करने के बाद उनकी तारीफ की. स्वतंत्र देव सिंह ने कहा अच्छे लोग जब पार्टी में आते हैं तो पार्टी का कद बढ़ता है, इनके आने से राज्य और केंद्र सरकार को भी मदद मिलेगी.


उत्तर प्रदेश के मऊ के रहने वाले हैं


एके शर्मा मूलरूप से उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद के काझाखुर्द गांव के रहने वाले हैं. 58 वर्षीय शर्मा की प्रारंभिक शिक्षा गांव से ही हुई उसके बाद 12वीं तक कि पढ़ाई उन्होंने डीएवी इंटर कॉलेज से की. स्नातक व राजनीति शास्त्र में परास्नातक इलाहाबाद विश्वविद्यालय से किया और उसके बाद उनका चयन 1988 में भारतीय प्रशासनिक सेवा के लिए हो गया, जहां पर उनको गुजरात कैडर दिया गया.


पीएम मोदी के करीबियों में गिनती


गुजरात कैडर के IAS अधिकारी एके शर्मा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफी करीबी माने जाते हैं. वो पीएम मोदी के साथ 2001 में तब से है जब उन्होंने गुजरात के सीएम पद की शपथ ली थी. वो गुजरात मे सीएम कार्यालय के सचिव के बाद सीएम के अतिरिक्त प्रमुख सचिव भी रहे हैं. शर्मा ने गुजरात में होने वाले निवेशकों के सम्मेलन वाइब्रेंट गुजरात के आयोजन का दायित्व भी संभाला है. 2014 में गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी जब पीएम बन कर दिल्ली आए तो शर्मा भी पीएम कार्यालय में संयुक्त सचिव के रूप में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली आए. स्वैछिक सेवानिवृत्ति लेते वक्त वो MSME मंत्रलाय में सचिव पद पर कार्यरत थे.


विधानसभा चुनाव पर है नजर
उत्तर प्रदेश में 2022 की शरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में पीएम मोदी स्वच्छ छवि के शर्मा को यूपी भेज कर एक संदेश भी दिया है और आने वाले विधानसभा चुनाव में शर्मा की रणनीतिक तौर पर काफी भागीदारी रहने वाली हैं. वो केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश की योगी सराकर के बीच बेहतर सामंजस्य स्थापित करते हुए नजर आ सकते हैं.


ये भी पढ़ें.


2022 विधानसभा चुनाव के लिये उत्तराखंड कांग्रेस ने कमर कसी, जिलों के प्रभारी तय किये