Basti News: बस्ती में एक व्यापारी के बेटे के अपहरण के मामले में फरार चल पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. बस्ती MP-MLA कोर्ट ने पुलिस की कार्यशैली पर नाराजगी जताई है. साथ ही प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह और DGP को निर्देश दिया है कि दोनों अफसर फरार आरोपी की संपत्ति कुर्क कराकर, कुर्की कुलिंदा कोर्ट के सामने पेश करें,अब इस मामले पर कोर्ट 20 मार्च को अगली सुनवाई करेगी.
MP-MLA प्रमोद कुमार गिरि की अदालत ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि फरार अभियुक्त अमरमणि दुर्दांत और प्रभावशाली व्यक्ति है,उसका लंबा आपराधिक इतिहास है,हत्या समेत कुल 20 क्रिमिनल केस उसके उपर दर्ज हैं. स्थानीय पुलिस इस कारण उसके प्रभाव में कार्रवाई करने से बच रही है.
व्यापारी के बेटे के अपहरण का है मामला
दरअसल 6 दिसंबर 2001 को व्यापारी धर्मराज मद्धेशिया के बेटे राहुल का अपहरण हो गया था जो अमरमणि के लखनऊ आवास से बरामद किया गया था. इस मामले में कोतवाली थाने में अपहरण का केस दर्ज कराया गया था. पुलिस ने इस मामले में अमरमणि समेत 9 लोगों को आरोपी बनाया था. आरोप है कि लखनऊ के जिस मकान से किडनैप हुआ बच्चा राहुल मिला था. वह तत्कालीन मंत्री अमरमणि का था.
अमरमणि के खिलाफ 24 अक्तूबर 2011 से गैर जमानती वारंट जारी हुआ था. MP-MLA कोर्ट ने किडनैपिंग केस में फरार आरोपी अमरमणि की संपत्ति की कुर्की के लिए ढाई महीने पहले ही आदेश दे दिया था. अभी तक लखनऊ और महराजगंज में ही अमरमणि की अचल संपत्ति की पुलिस को जानकारी मिल पाई है. वहीं महराजगंज के नौतनवा में एक मकान और लखनऊ में संपत्ति मिली है जिसकी कीमत एक करोड़ 18 लाख 80 हजार रुपये कीमत की आकी जा रही है.
मामले की विवेचना करने वाली कोतवाली पुलिस आरोपी के आवास पर कुर्की नोटिस चस्पा कर चुकी है,सुनवाई के दौरान इंस्पेक्टर कोतवाली चंदन कुमार ने कोर्ट में प्रार्थना-पत्र दिया था कि फरार अभियुक्त की दो संपत्तियों की कुर्की के लिए SI रमेश यादव को लखनऊ भेजा गया है और अतिरिक्त समय दिए जाने का अनुरोध किया गया था.