लखनऊ. उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं. धोखाधड़ी और धमकी देने के मामले में उन्हें स्थानीय अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. गुरुवार को ही उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.


एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "गुरुवार को प्रजापति के खिलाफ गाजीपुर थाने में एक नया मामला दर्ज होने के बाद उन्हें एक स्थानीय अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. उच्च न्यायालय ने प्रजापति को चार सितंबर को दो महीने की अंतरिम जमानत दी थी"


वकील ने दर्ज कराई है शिकायत
पुलिस सूत्रों ने बताया कि उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ में वकालत करने वाले वकील दिनेश चंद्र त्रिपाठी की शिकायत पर लखनऊ के गाजीपुर थाने में प्रजापति, सविता पाठक, उसकी बेटी अनन्या तथा एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ धोखाधड़ी करने और धमकी देने का मामला दर्ज किया गया है. त्रिपाठी ने आरोप लगाया है कि प्रजापति के खिलाफ 2017 में बलात्कार का मुकदमा दायर करने वाली सविता पाठक नामक महिला के वह वकील थे. बाद में सविता ने उनसे मुकदमे को कमजोर कर प्रजापति को छुड़ाने के लिए अभियुक्तों के पक्ष में अदालत में शपथ पत्र देने को कहा था. त्रिपाठी ने जब इसका विरोध किया तो सविता नाराज हो गई और उनके खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कराने की धमकी दी.


चार सितंबर को मिली थी जमानत
गौरतलब है कि रेप के मामले में गायत्री को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने राहत देते हुए उन्हें जमानत दे दी थी. गायत्री को अदालत से दो महीने की जमानत मिली थी.


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