UP News: सियासत में टकराव आम बात है लेकिन नाम पर टकराव अनोखा है. राजनीति में नाम को चमकाने के लिए नेता अलग-अलग हथकंडे अपनाते हैं, फोटो भी खिंचवाते हैं और तीखे तंज भी एक-दूसरे पर करते हैं. ये आपने और हमने कई बार देखा है. लेकिन कानपुर देहात जिले में पत्थर पर लिखे नाम को लेकर समाजवादी पार्टी और बीजेपी नेताओं में घमासान छिड़ गया.
दअरसल, कन्नौज लोकसभा क्षेत्र के झिंझक कस्बे का मामला है, जिसमें एक सड़क के शिलान्यास के पत्थर पर बीजेपी के पूर्व संसद सुब्रत पाठक के नाम की जगह पर कन्नौज लोकसभा के वर्तमान संसद अखिलेश यादव के नाम पर घमासान छिड़ गया. इस घमासान में एक तरफ सपा सरकार में मंत्री रहे शिवकुमार बेरिया थे तो दूसरी ओर बीजेपी की रसूलाबाद से विधायक पूनम शंखवार शिलान्यास के पूजन के दौरान झगड़ते नजर आए.
क्या है मामला
सड़क के बनने से पहले होने वाले शिलान्यास के पूजन के दौरान एक पत्थर पर लिखे नाम पर संग्राम हो गया. तस्वीर कानपुर देहात के झिंझक कस्बे से लगी हुई कंचौसी सड़क निर्माण से पहले के पूजन की है. पत्थर पर कन्नौज लोकसभा के वर्तमान सांसद अखिलेश यादव का नाम दर्ज है. सड़क के शिलान्यास के पत्थर पर समय साल 2023-24 की प्रधानमंत्री सड़क योजना स्वीकृति की है. पत्थर पर अखिलेश यादव के नाम के नीचे बीजेपी विधायक पूनम शंखवार, सदस्य विधान परिषद बीजेपी अरुण पाठक और एमएलसी अविनाश चौहान का नाम भी लिखा है.
कन्नौज लोकसभा की रसूलाबाद विधान सभा क्षेत्र का कंचौसी क्षेत्र जहां की जनता की दरकार थी कि उस क्षेत्र की सड़क बने जिसको लेकर प्रस्ताव भेजा गया. साल 2023 का ये प्रस्ताव बताया जा रहा है लेकिन जब इसे मंजूरी मिली तो कन्नौज लोकसभा की सीट पर बीजेपी संसद सुब्रत पाठक की जगह पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सांसद चुनकर बैठ गए. जब इस सड़क को बनाने की बारी आई तो पत्थर का शिलान्यास किया गया.
बीजेपी विधायक हो गए नाराज
खास बात ये कि इस शिलान्यास में अखिलेश सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे शिवकुमार बेरिया और बीजेपी की विधायक पूनम शंखवार दोनों दी पूजन करने के लिए पहुंच गए. शिलान्यास के पत्थर से पर्दा उठा तो बीजेपी विधायक पूनम शंखवार हैरान हो गई. उम्मीद बीजेपी के पूर्व संसद सुब्रत पाठक के नाम की थी लेकिन वर्तमान सांसद अखिलेश यादव का नाम लिखा देख बीजेपी विधायक नाराज हो गई और अधिकारियों पर चिल्लाने लगी.
बीजेपी विधायक पत्रकार के कैमरे पर कहती नजर आई कि लिख देना की प्रधानमंत्री जी ने सड़क बनवा रहे हैं वहीं बीजेपी विधायक की बात खत्म होते ही पत्रकार के कैमरे की ओर देखते हुए सपा के पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवकुमार बेरिया ने कहा कि अखिलेश जी के प्रयासों से ये सड़क बन रही है बस इतना कहते ही दोनों नेताओं में जुबानी जंग छिड़ गई और फिर सड़क के शिलान्यास के लिए नेताओं को आमंत्रित करने वाले अधिकारी को बीजेपी विधायक पूनम शंखवार ने फटकार लगाना शुरू कर दिया और कहा कि ऐसे मुझे मत बुलाया करो ।
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क्या बोले दोनों नेता
वहीं मामले में पूर्व मंत्री शिवकुमार बेरिया ने कहा कि शिलान्यास को लेकर कोई विवाद नहीं हुआ है. प्रधानमंत्री सड़क योजन के अंतर्गत अखिलेश जी ने सड़क पास करवाई है, जिसके शिलान्यास के लिए आए हुए थे. जब पत्थर पर छिड़े विवाद की बात पूछी तो पूर्व मंत्री ने साफ मना कर दिया कि कोई विवाद नहीं था. इसी घमासान के बाबत हमने बीजेपी की विधायक पूनम शंखवार ने कहा कि ये सड़क बनने जा रही है, जनता की मांग थी जिसके बाद प्रधानमंत्री जी ने स्वीकृत किया है. हमारे और कन्नौज के सांसद रहे सुब्रत पाठक के प्रयास से ये सड़क आज पास हुई है.
पत्थर पर बीजेपी के पूर्व संसद सुब्रत पाठक का नाम न होने से हुई नोंकझोंक का वीडियो अब वायरल हो रहा है. इस मामले के लिए जब हमने जेई डीके पाल से बात की तो उन्होंने बताया कि नियमानुसार कोई भी योजना किसी भी सरकार या नेता के समय में प्रयास किए गए हो लेकिन जब वो योजना स्वीकृत होती है तो उस पर वर्तमान नेता का नाम ही अंकित किया जाता है.