प्रयागराज, मोहम्मद मोईन। यूपी की मछली शहर सीट से सांसद रहे बाहुबली नेता उमाकांत यादव को प्रयागराज की स्पेशल एमपी एमएलए कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। स्पेशल कोर्ट से बार-बार समन जारी होने के बावजूद अदालत में पेश न होने पर उन्हें जेल भेज दिया गया है। उमाकांत को रेलवे प्लेटफार्म पर पुलिस कांस्टेबल की हत्या के पुराने मामले में जेल भेजा गया है।
गैर जमानती वारंट जारी होने पर उमाकांत ने गुरुवार को एमपी एमएलए कोर्ट में सरेंडर किया था। कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल भेज दिया है। जेल भेजे जाने से पहले अदालत ने उनका बयान दर्ज किया। स्पेशल कोर्ट के जज ने उमाकांत से 28 बिंदुओं पर सवालात भी किये। अदालत इस मामले में 20 मार्च को फिर से सुनवाई करेगी।
उमाकांत यादव जिस मामले में जेल भेजे गए हैं, वह 25 साल पुराना है। घटना 4 फरवरी 1995 की है। जौनपुर के शाहगंज रेलवे स्टेशन पर दो लोगों में विवाद हुआ था। रेलवे पुलिस दोनों को पकड़कर पुलिस चौकी ले आई थी। इसके बाद कुछ लोगों ने प्लेटफार्म पर स्थित जीआरपी चौकी पहुंचकर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। इस फायरिंग में अजय सिंह नाम के पुलिस कांस्टेबल की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई पुलिस कर्मी, रेलवे कर्मचारी और अन्य लोग जख्मी हो गए थे।
फायरिंग कर सिपाही की हत्या का आरोप उमाकांत यादव व उनके कुछ साथियों पर लगा था। इसी मामले में उन्हें कई बार समन जारी किया गया, लेकिन वह बयान दर्ज कराने के लिए कोर्ट नहीं आते थे। इसी साल 29 फरवरी को वह कोर्ट पहुंचे भी, लेकिन बयान दर्ज कराए बिना ही बहाना बताकर चले गए। इस पर स्पेशल कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया था। उन्होंने आज कोर्ट में सरेंडर किया तो जज डा. बालमुकुंद ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।