नोएडा. उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों को रिझाने की सियासत गर्म है. राजनीतिक दल अपने-अपने तरीके से तमाम दावे कर रहे हैं. इस बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री शिव प्रताप शुक्ला ने प्रदेश की इस नयी सियासी बिसात पर प्रदेश सरकार के समर्थन में अपनी बात कही. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसी कौन सी योजना निकाली जो केवल एक जाति विशेष के लिये हो.
जितिन प्रसाद पर साधा निशाना
एबीपी गंगा से बात करते हुये उन्होंने कहा कि सीएम ने अबतक कोई भी ऐसा काम नहीं किया जो ब्राह्मण विरोधी हो. यही नहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुये कहा कि सभी पार्टियां केवल वोट के लिये ब्राह्मणों को बरगला रही हैं. उन्होंने कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद पर सवाल उठाये. भाजपा नेता शिव प्रताप शुक्ला ने कहा कि जितिन प्रसाद को कब ब्राह्मण माना गया जो अब उन्हें ब्राह्मणों की चिंता होने लगे.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में सभी जातियों का सम्मान है. यही नहीं, समाजवादी पार्टी द्वारा परशुराम की मूर्ति लगवाने के एलान पर भी उन्होंने निशाना साधा. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी को चाहिए पहले वशिष्ठ जी की मूर्ति बनवाये जिससे कि बुद्धि आए, बाकी परशुराम की बनवा रहे हैं, तो पहले बनवा तो दें.
परशुराम की मूर्ति लगवाने की होड़
गौरतलब है कि हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और उसके कुछ साथियों के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद प्रदेश की सियासत में ब्राह्मणों के इर्द-गिर्द घूमने लगी. सपा,बसपा और कांग्रेस सरकार को ब्राह्मण विरोधी बताने में लामबंद हो गयीं. समाजवादी पार्टी ने परशुराम की 108 फीट ऊंची मूर्ति लगाने का एलान कर दिया. वहीं, बसपा भी परशुराम की मूर्ति लगवाने की बात कर रही है. दूसरी तरफ कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद ने सीएम को पत्र लिखकर परशुराम जयंती पर सार्वजनिक अवकाश को दोबारा बहाल करने की मांग की है.
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