प्रयागराज, मोहम्मद मोइन। खुद को भगवान कृष्ण की प्रेमिका यानी दूसरी राधा बताकर महिला रूप धारण करने वाले यूपी पुलिस के पूर्व आईजी डीके पांडा भी आज जन्माष्टमी के मौके पर भगवान कृष्ण की भक्ति में मगन हैं। दूसरी राधा अपने प्रियतम के जन्मोत्सव के मौके पर सुबह से ही भगवान कृष्ण की तस्वीरों के सामने भक्तिगीतों पर झूम रही है-नाच रही है और ख़ास अंदाज में जन्माष्टमी का त्यौहार मना रही है। पूर्व आईजी डीके पांडा ने देशवासियों को जन्माष्टमी की शुभकामनाएं देते हुए सभी से भगवान कृष्ण की पूजा के साथ ही उनके बताए संदेशों पर अमल करने की नसीहत भी दी है। जन्माष्टमी के मौके पर दूसरी राधा ने एबीपी गंगा से एक्सक्लूसिव बातचीत की। उन्होंने एबीपी गंगा के दर्शकों को ख़ास अंदाज में बधाई दी और चैनल के उज्जवल भविष्य की कामना भी की। अरसे बाद यह पहला मौका है, जब दूसरी राधा के नाम से मशहूर डीके पांडा ने किसी न्यूज़ चैनल के सामने आकर उससे बातचीत की है। डीके पांडा रात को परम्परागत तरीके से सोलह श्रृंगार कर भगवान कृष्ण की विशेष आराधना करेंगे।
डीके पांडा यानी देवेंद्र किशोर पांडा रिटायर्ड आईपीएस अफसर हैं। तकरीबन चौदह साल पहले वह यूपी पुलिस में आईजी के पद पर थे। अचानक उन्होंने खुद को भगवान कृष्ण की दूसरी राधा घोषित कर दिया और नौकरी में रहते हुए वर्दी पहनकर ही सार्वजनिक तौर पर कृष्ण भक्ति में लीन होकर झूमने नाचने लगे। आईजी जैसे बेहद महत्वपूर्ण पद पर बैठे अफसर का महिला रूप धारण कर सार्वजनिक रूप से झूमने नाचने व भजन गाने के बाद जब तत्कालीन मुलायम सरकार की किरकिरी होने लगी तो साल 2005 में उन्हें स्वैच्छिक रिटायरमेंट के लिए तैयार किया गया।
रिटायरमेंट के बाद वह पूरी तरह महिला भेष में आ गए और खुद को भगवान कृष्ण की दूसरी राधा बताकर खुद को पूरी तरह आध्यात्मिक कर लिया। डीके पांडा इसके बाद प्रयागराज के प्रीतम नगर इलाके के घर में खुद को सीमित कर लिया। वह घर पर न तो किसी से मिलते जुलते हैं और न ही आम तौर पर घर के बाहर कदम रखते हैं। ज़्यादातर समय वह हाथों में चूड़ियां-मांग में सिंदूर, पैरों में पायल और नाक में नथिया पहने रहते हैं।
डीके पांडा शुरुआती कुछ सालों में जन्माष्टमी व करवा चौथ जैसे मौकों पर कुछ देर के लिए मीडिया के सामने आ जाते थे। वह पूरे श्रृंगार में कृष्ण भक्ति में मगन होकर झूमने- नाचने और भजन गाने के वीडियो बनवा लेते थे, लेकिन पिछले कुछ सालों में उन्होंने इन मौकों पर भी मीडिया से दूरी बना ली थी। उनके घर के बाहर अब भी तमाम लोगों का जमावड़ा लगा रहता है। वह दिन में दो तीन बार छत पर कुछ पलों के लिए लोगों को दर्शन देते हैं।
इस बार की जन्माष्टमी पर उन्होंने एबीपी गंगा के कैमरे के सामने न सिर्फ जन्माष्टमी मनाई, बल्कि हमारे संवाददाता मोहम्मद मोईन से एक्सक्लूसिव बातचीत भी की। खास बातचीत में उन्होंने कहा कि लोगों को भगवान कृष्ण की सिर्फ पूजा ही नहीं करनी चाहिए, बल्कि उनके संदेशों पर अमल भी करना चाहिए और अपना जीवन मानव कल्याण को समर्पित करना चाहिए। उन्होंने एबीपी गंगा के सभी दर्शकों को ख़ास अंदाज़ में जन्माष्टमी की मुबारकबाद दी। उन्होंने एबीपी गंगा को गंगा की तरह ही उपयोगी बताते हुए इसके उज्जवल भविष्य की कामना की और कहा कि उन्हें विश्वास है कि आने वाले समय में लोगों के बीच इस चैनल का महत्व गंगा की तरह ही हो जाएगा।
दूसरी राधा यानी डीके पांडा आज जन्माष्टमी के मौके पर अपने घर में ही जश्न मना रही हैं और सुबह से ही भक्ति भाव में मगन होकर झूम रही हैं -नाच रही हैं और भक्ति गीत गाकर भगवान के प्रति अपने समर्पण को प्रदर्शित कर रही हैं। उन्होंने आज कहा कि कृष्ण और राधा एक ही हैं और दोनों एक दूसरे में समाहित हैं। इसलिए वह अब खुद को दूसरी राधा के साथ ही कृष्ण भी मानने लगे हैं। किसी वक्त वह कृष्ण रूप में होते हैं तो किसी वक्त राधा रूप में।