Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या (Ayodhya) में बनने वाले भव्य राम मंदिर की नींव का कार्य लगभग पूरा हो चुका है. इसके बाद निर्माण कार्य की रूपरेखा और योजना पर मंथन के लिए राम मंदिर निर्माण समिति (Ram Mandir Construction committee) की दो दिवसीय बैठक शुक्रवार को शुरू हुई. राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र की अध्यक्षता में हुई बैठक में आगे की कार्य योजना पर मंथन हुआ. इस दौरान राष्ट्रपति के राम मंदिर दर्शन को लेकर भी चर्चा हुई. राम मंदिर ट्रस्ट(Ram Mandir Trust) के महासचिव चंपत राय कहते हैं कि, वह स्वतंत्र भारत के पहले राष्ट्रपति हैं, जो अयोध्या में राम मंदिर का दर्शन करने आ रहे हैं. लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि वह भारत वर्ष के प्रथम नागरिक हैं और उनके साथ सुरक्षा की कुछ परंपराएं भी हैं. अगर मुझसे कहा जाएगा और जो मुझसे कहा जाएगा वह मैं करूंगा चंपत राय इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि क्या श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट राष्ट्रपति को राम मंदिर निर्माण कार्य की चरणबद्ध प्रक्रियाओं को समझाएगा और क्या आप उस समय मौजूद रहेंगे. 


बुनियाद का काम पूरा हुआ


श्री राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक यूं तो शुरुआत से ही लगभग हर महीने होती है लेकिन इस बार की बैठक 27 और 28 अगस्त को हो रही है. तारीखों के लिहाज से यह इसलिए महत्वपूर्ण हो जाता है कि, 29 अगस्त को इतिहास के ऐसे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद होने जा रहे हैं, जो अयोध्या में आकर रामलला के दर्शन करेंगे और दूसरी बात यह कि, राम मंदिर की नींव का कार्य लगभग पूरा हो चुका है और अब बुनियाद का फाउंडेशन तैयार करने के बाद ग्राउंड फ्लोर के निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा. ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय की माने तो स्टोन वर्क यानि पत्थरों का कार्य अक्टूबर के प्रथम सप्ताह से शुरू हो जाएगा. इसलिए माना जा रहा है कि, राष्ट्रपति जब राम जन्मभूमि परिसर के अस्थाई मंदिर में दर्शन करने के लिए जाएंगे तब वह उस स्थान का भी निरीक्षण करेंगे. जहां दिव्य और भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है, इसीलिए ट्रस्ट के महासचिव कहते हैं कि, जैसा मुझे कहा जाएगा वैसा मैं करूंगा. अगर मुझसे कहा जाएगा तो राम जन्मभूमि परिसर में मैं उनसे मिलूंगा और राम मंदिर निर्माण की प्रगति और उसकी निर्माण प्रक्रिया के बारे में बताऊंगा. 


2024 तक बन जाएगा ग्राउंड फ्लोर


यहां यह जानना महत्वपूर्ण है कि, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने पहले ही कहा था कि, सितंबर तक राम मंदिर की बुनियाद का कार्य पूरा हो जाएगा और इसके बाद पहले बुनियाद की ऊपर का स्ट्रक्चर और उसके बाद राम मंदिर के ग्राउंड फ्लोर का कार्य शुरू होगा. राम मंदिर के ग्राउंड फ्लोर का कार्य 2024 तक पूरा हो जाएगा और 2024 में ही रामलला अस्थाई मंदिर से भव्य और दिव्य मंदिर में विराजमान हो जाएंगे और इसी वर्ष दर्शन पूजन भी शुरू हो जाएगा यानि उनके कहने का मतलब यह है कि, ग्राउंड फ्लोर के निर्माण के बाद ही रामलला उस में विराजमान हो जाएंगे और इसके ऊपर की मंजिल का निर्माण कार्य चलता रहेगा. 



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