संत कबीरनगर. धनघटा थाना क्षेत्र के जिगिना गांव के सीवान में कुछ दिन पहले मिले अधजले शव की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. शव की पहचान गोरखपुर के बेलघाट इलाके के जितवापुर निवासी रंजना यादव (28) के रूप में हुई है. पुलिस की जांच में पता चला है कि पिता ने अपनी इज्जत के लिए डेढ़ लाख रुपये देकर बेटी की हत्या कराई थी. रंजना की हत्या में उसके पिता, भाई और जीजा शामिल थे. पुलिस ने मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.


एसपी डॉक्टर कौस्तुभ ने बताया कि जिगिना गांव के सीवान में बने टिनशेड में रंजना का अधजला शव मिला था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दम घुटने से मौत की पुष्टि हुई है. हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो रहा है कि गला दबाने से युवती का दम घुटा या धुएं से. मामले की जांच के दौरान एक सीसीटीवी फुटेज मिली, जिससे मामले के पर्दाफाश में काफी मदद मिली.


पिता ने कबूला गुनाह
पुलिस के मुताबिक, पूछताछ में आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. रंजना के पिता कैलाश यादव ने बताया कि उसकी छोटी बेटी रंजना का बेलघाट के शाहपुर निवासी एक बस मालिक से प्रेम संबंध था. दिसंबर 2019 में वह प्रेमी के साथ भाग गई थी. मामले में बेलघाट थाने में प्रेमी के खिलाफ हत्या की नीयत से अपहरण का केस दर्ज कराया गया था. पुलिस का दबाव बढ़ा तो कुछ महीनों बाद बेटी वापस आ गई. रंजना ने थाने में बयान दिया कि वह बालिग है और अपनी मर्जी से गई थी. इसके बाद भी रंजना बार-बार भागकर प्रेमी के घर चली जाती थी. इससे समाज में उनकी बदनामी हो रही थी.


बदनामी से तंग आकर कर दी हत्या
कैलाश ने बताया कि बदनामी से तंग आकर उसने बेटी की हत्या की साजिश रची और दामाद सत्यप्रकाश यादव से इस बारे में बातचीत की, तब दामाद ने सीताराम से संपर्क कराया. सीताराम ने वरुण तिवारी उर्फ पिंटू से मिलवाया. वरुण ने हत्या के लिए डेढ़ लाख रुपये की मांग की. कैलाश ने 1 लाख 35 लाख रुपये दे दिए. तीन फरवरी की रात वरुण अपने ड्राइवर दोस्त के साथ टाटा मैजिक लेकर कैलाश के घर पहुंचा. उसका भाई अजीत रंजना के साथ मैजिक में बैठ गया जबकि कैलाश बाइक से वरुण के साथ घर से निकला. रास्ते में रंजना ने शोर मचाने की कोशिश की तो अजीत ने उसका मुंह दबा दिया. इसके बाद वे रंजना को जिगिना के सीवान में टिनशेड में ले गए और पेट्रोल डालकर जला दिया.


पुलिस ने मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने घटना में इस्तेमाल बाइक और पेट्रोल के डिब्बे को बरामद कर लिया है. वरुण तिवारी और मैजिक ड्राइवर की तलाश की जा रही है. घटना का पर्दाफाश करने वाली टीम को टीम को आईजी बस्ती की ओर से 15 हजार रुपये और एसपी की ओर से 10 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की गई है.


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