गोरखपुर, एबीपी गंगा।  क्रिकेट मैच पर सट्टेबाजी पर बहुत सी फिल्‍में भी बन चुकी हैं। कई खिलाड़ी भी इसके शिकार हो चुके हैं। लेकिन, सट्टेबाजी के इस धंधे की जड़ें इतनी गहरी हो चुकी हैं कि इसने आईपीएल को भी अपनी जद में ले लिया है। गोरखपुर में बैठकर बाकायदा ऑनलाइन वेबसाइट बनाकर सट्टेबाजी के धंधे से जुड़े चार सट्टेबाजों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनके तार मुंबई से जुड़े हुए हैं। पुलिस ने इनके पास से ढाई लाख रुपए और आठ मोबाइल भी बरामद किए हैं।


एसपी सिटी विनय कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम को लगातार आईपीएल शुरू होने के बाद से ही सट्टेबाजी की शिकायत मिल रही थी। आईपीएल शुरू होने के साथ ही मोबाइल छीनने की घटनाएं भी बढ़ गई थीं। उन्‍होंने बताया कि लगातार शिकायत के बाद पुलिस ने पूरे गिरोह को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। गोरखनाथ इलाके के धर्मशाला बाजार में रवि गुप्‍ता के मकान में आईपीएल में सट्टेबाजी का खेल चल रहा था।


एसपी सिटी ने बताया कि पुलिस ने इस बात के सुबूत जुटा लिए हैं कि इनके तार कहां तक जुड़े हुए हैं। इस धंधे में इनके कितने गिरोह और कौन-कौन लोग काम कर रहे हैं इसका भी डाटा पुलिस को मिल गया है। उन्‍होंने बताया कि मुंबई से सीधे इनके तार जुड़े हैं। ये आईपीएल में ऑनलाइन वेबसाइट के माध्‍यम से सट्टेबाजी के धंधे से जुड़े हुए हैं। इसके अलावा शहर में और कहां-कहां ये खेल चल रहा है और कितने लोग इसमें रुपए लगा रहे हैं इसका भी पुलिस ने पता कर लिया है।


उन्‍होंने बताया कि चार लोगों की गिरफ्तारी से सट्टा के ढाई लाख रुपए बरामद हुए है। बड़े पैमाने पर शहर में ये धंधा चल रहा है। आनलाइन एप्‍लीकेशन और वेबसाइट से मोबाइल के माध्‍यम से सट्टा खिलवाया जा रहा है। पुलिस के सूचना तंत्र में सभी जगहों को ट्रेस कर लिया गया है। इसमें भारी पैमाने पर कमीशन कमाने का खेल चल रहा है। पुलिस ने चारों आरोपियों गोरखनाथ इलाके के धर्मशाला बाजार के रहने वाले रवि गुप्‍ता, राकेश जायसवाल, राजेन्‍द्र नगर के प्रिंस चौबे और कोतवाली इलाके के गोलघर पुर्दिलपुर के किशन यादव को गिरफ्तार किया है।