प्रयागराज, एबीपी गंगा। प्रयागराज के हंडिया थाना इलाके आसव गांव में एक ही परिवार की एक महिला और तीन बच्चों की घर के बंद कमरे में लाश मिलने की खबर से पूरे गांव में हड़कंप मच गया हालांकि पुलिस का कहना है कि चारों की मौत का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद हो पायेगा। फिलहाल पुलिस ने सभी शवों को कब्जे में ले कर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है।


प्रयागराज से करीब 60 किलोमीटर की दूरी पर बसे हंडिया थाने के आसव गांव में उस समय सनसनी फैल गई जब गांव के रहने वाले छोटे लाल ने अपने घर के बंद कमरे को ना खुलवा सका तो शोर मचा कर गांव वालों को इकठ्ठा कर लिया। बताया जा रहा है कि करीब आधे घंटे तक जब बंद दरवाजे को अंदर से नहीं खोला गया तो लोगों ने दरवाजा तोड़ दिया लेकिन जब जब दरवाजा टूट कर गिरा तो अंदर का जो दृश्य दिखा उससे छोटे लाल वहीं गिर कर बेहोश हो गया। घटना की खबर जंगल की आग की तरह फैल गई। गांव वालों ने वारदात की खबर पुलिस को दी। बताया जा रहा है कि जमीन पर मां मंजू देवी मृत हालत में पड़ी थी और पलंग पर बेटी प्रिया (8 साल), बेटा अन्नू (6 साल) और 4 साल का बेटा ऋतिक के शरीर बेजान पड़े थे। परिजनों के मुताबिक मृतका मंजू के पति की चार साल पहले मौत हो गई थी जबकि मंजू अपने ससुर और दो देवर और अपने तीनों बच्चों के साथ घर पर रह रही थी।


छोटे लाल के मुताबिक सुबह जब उठकर बहू के कमरे का दरवाजा खुलवाने के लिए आधे घंटे तक खटखटाया गया तो अंदर से कोई आवाज ना मिलने पर गांव वालों की मदद से दरवाजा तोड़ कर देखा गया तो चारों कमरे में मृत पड़े हैं। हालांकि संदिग्ध हालात में हुई दिल दहला देने वाली इस वारदात के पीछे क्या वजह हो सकती है। आखिर ऐसा क्या हुआ कि पूरा परिवार एक साथ मौत की आगोश में समा गया। उन्होंने कहा कि रात में सभी लोग पड़ोस में शादी समारोह में गए थे और हमारे साथ सभी बच्चों ने खाना खाया और वापस घर आ कर अपने कमरे में सोने चले गए थे।