झांसी, एबीपी गंगा। उत्तरी भारत में गर्मी का प्रचंड रूप देखने को मिल रहा। आसमान से आग बरस रही है और गर्म हवा के थपेड़ों ने जीना मुहाल कर रखा है। दोपहर में गर्मी के दौरान मौसम विभाग ने लोगों को घरों से न निकलने की सलाह पहले ही दे रखी है लेकिन जो घर से बाहर निकल रहे हैं उन्हें सेहत का खास ख्याल भी रखना होगा। झांसी में भीषण गर्मी की चपेट में आने से चार यात्रियों की मौत हो गई। नई दिल्ली के निजामुद्दीन से त्रिवेंद्रम जाने वाली केरला एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में सवार चार यात्रियों की गर्मी के कारण जान चली गई। यात्री आगरा से कोयम्बटूर जा रहे थे।



अचानक बिगड़ गई तबीयत


आगरा से ग्वालियर के बीच भीषण गर्मी से पांच यात्रियों की ट्रेन के भीतर ही तबीयत बिगड़ गई। इसमें से चार की मौत हो गई। एक यात्री को गंभीर हालात में झांसी के अस्पताल में भर्ती कराया गया। सभी मृतकों के शव को झांसी रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से उतारे गए। दक्षिण भारत से 68 तीर्थ यात्रियों का जत्था उत्तर भारत की यात्रा के बाद तमिलनाडु लौट रहा था। यह सभी यात्री दोपहर आगरा कैंट से ट्रेन में सवार हुए थे। यात्री ट्रेन के एस-8 व एस-9 कोच में यात्रा कर रहे थे। साथी यात्रियों ने बताया कि दस दिन पहले हम सभी 68 लोग तमिलनाडु से वाराणसी और आगरा घूमने आए थे।



टीटीई को दी सूचना


केरला एक्सप्रेस सोमवार की शाम करीब 4 बजे ग्वालियर आई। इस दौरान ट्रेन के एस-8 और एस-9 कोच में यात्रियों को भीषण गर्मी के कारण घबराहट होने लगी। इससे पहले कि उनके साथी कुछ समझ पाते, ट्रेन झांसी के लिए रवाना हो गई। इस दौरान जब ट्रेन डबरा-झांसी के बीच गुजर रही थी, तभी ट्रेन में सवार 5 लोगों की तबीयत काफी बिगड़ गई। इसकी सूचना उन्होंने ट्रेन में मौजूद टीटीई को दी।


टीटीई ने रेलवे अधिकारियों को दी सूचना


टीटीई ने सूचना झांसी रेलवे अधिकारियों को दे दी। केरला एक्सप्रेस जैसे ही झांसी स्टेशन के प्लेटफार्म तीन पहुंची तो एस-8 और एस- 9 में 5 मरीजों का रेलवे चिकित्सक डॉ. भरत कुशवाहा ने चेकअप किया। डॉ. कुशवाह ने गर्मी के कारण एस-8 में में कोन्नूर नीलगिरी तमिलनाडु निवासी पाचीयप्पा के बुंदर पालानी सामी (80) वर्ष निवासी कोन्नूर नीलगिरी तमिलनाडु, बालाकृष्णन रामास्वामी (69)तथा एस-9 में सवार कोयम्बटूर निवासी चिन्नारे की 71 वर्षीय पत्नी धीवा नाई को मृत घोषित कर दिया।उट्टी कैन्नूर निवासी 87 वर्षीय सुबरय्या की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें झांसी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां उन्होंने देर रात दम तोड़ दिया।



पहले भी हो चुके हैं हादसे


डीआरएम नीरज अम्बष्ठ ने बताया कि मंगलवार को सभी शवों को केरल एक्सप्रेस के लगेज वैन से ताबूत में कोयम्बटूर भेजा जाएगा। इससे पहले भी पांच जून को कुशीनगर एक्सप्रेस के जनरल कोच में यात्रा कर रहे राजेश गुप्ता की गर्मी से मौत हो गई थी। एक जून को बांदा निवासी रामप्रकाश अहिरवार की बेटी सीता ने संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में दम तोड़ दिया था।