लखनऊ. अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास के बाद उत्तर प्रदेश में धार्मिक उन्माद फैलाने के मामले सामने आ रहे हैं. सोश मीडिया पर राम मंदिर को लेकर विवादित पोस्ट डाले जा रहे हैं. शुक्रवार को इसी सिलसिले में पुलिस ने पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के मीडिया प्रभारी अब्दुल मजीद को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने मजीद को काकोरी थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया. मजीद इस्लामनगर इलाके में एक किराए के मकान में रह रहा था. आरोप है कि मजीद ने राम मंदिर शिलान्यास के बाद सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट की थी. इसी आधार पर पुलिस ने उसे धर दबोचा. पुलिस अब प्रदेश भर में पीएफआई और एसडीपीआई के सदस्यों पर नजर रख रही है.



विवादित पोस्ट


बहराइच में भी तीन गिरफ्तार
इससे पहले गुरुवार को पुलिस ने सोशल मीडिया पर कथित रूप से भड़काऊ संदेश वायरल करने के आरोप में जरवल क्षेत्र से एक डॉक्टर व उसके दो अन्य साथियों को गिरफ्तार किया है. अपर पुलिस अधीक्षक कुंवर ज्ञानन्जय सिंह ने शुक्रवार को बताया, "बीते बुधवार को जरवल थाने की पुलिस को सूचना मिली थी कि कस्बे में हीरा मस्जिद के बगल में डॉक्टर अलीम के क्लीनिक पर कुछ लोग बैठकर मोबाइल द्वारा साम्प्रदायिक सद्भाव व राष्ट्रीय अखंडता के विरुद्ध संदेशों का सोशल मीडिया के जरिए प्रचार कर रहे हैं.’’


उन्होंने बताया कि सूचना पर पुलिस ने डॉक्टर अलीम के क्लीनिक पर छापेमारी की. इस दौरान डॉक्टर व उसके दो साथी साहिबे आलम व कमरूद्दीन ऐसा करते हुए मिले. जांच में आरोपियों के मोबाइल में भड़काऊ संदेश मिले, जिसके बाद तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. पुलिस ने तीनों के मोबाइल फोन को भी जब्त कर लिया है.


गौरतलब है कि राम जन्मभूमि पूजन से पहले पुलिस अधीक्षक विपिन मिश्र ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालने वालों को चेतावनी दी थी. उन्होंने कहा था कि सोशल मीडिया पर व्यक्ति, जाति, वर्ग, धर्म व समुदाय से संबंधित अमर्यादित, अभद्र व भड़काऊ टिप्पणियों पर कठोर विधिक कार्यवाही की जाएगी.


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