Basti News: फर्जी किसान बनकर बस्ती उद्यान विभाग के तीन कर्मचारियों ने सरकार को ठग लिया. मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से करने पर हड़कंप मच गया. आनन फानन जांच बिठा दी गई. जांच में एक अधिकारी समेत दो कर्मचारियों का फर्जीवाड़ा उजागर हुआ. लखनऊ में आम महोत्सव 2023 का आयोजन किया गया था. आम की पैदावार करनेवाले सैकड़ों किसानों को मेहनत का प्रदर्शन करने का मौका सरकार ने दिया. प्रतियोगिता में सुंदर लजीज और मीठा आम पैदा करने वाले किसानों को पुरस्कार सहित एक चांदी का आम मिला.


फर्जी किसान बनकर सरकार से लिया इनाम


चांदी के आम को झटकने के लिए बस्ती उद्यान विभाग ने कुचक्र रचा. अधिकारियों की कारगुजारी से आज उद्यान विभाग शर्मसार हो गया है. बस्ती जनपद के किसानों ने भी हर वर्ष की तरह महोत्सव में भाग लिया. कार्यक्रम में अचानक बड़े साहब की एंट्री हुई. किसानों के आम को बस्ती उद्यान विभाग के कर्मचारियों ने अपने नाम से पेश कर खुद ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पुरस्कार झटक लिया. असली किसान मन मसोस कर रह गए.  विभागीय कर्मी किसान बनकर खुद पुरस्कार ले उड़े.


फर्जीवाड़ा सामने आने पर संयुक्त निदेशक जिला औद्यानिक केंद्र डॉक्टर अतुल सिंह ने जांच बिठा दी. पुरस्कार लेने वाले कर्मचारियों में एक कृषि वैज्ञानिक, माली और खुद संयुक्त निदेशक के ड्राइवर शामिल हैं. कहा जा रहा है कि अधिकारी के इशारे पर सरकारी पुरस्कार पर डाका डाला गया. उत्तर प्रदेश आम महोत्सव में आम की किस्मों के आधार पर पुरस्कार केवल आम उत्पादक किसानों को ही दिया जाता है. बस्ती जिले से भी आम उत्पादक किसानों ने आम की प्रदर्शनी लगाने गए थे. 


अधिकारी समेत दो कर्मचारियों का फर्जीवाड़ा


असली किसानों के पेश किए गए रंगीन आमों की किस्मों को पुरस्कार नहीं मिला. लेकिन बस्ती उद्यान विभाग में कार्यरत शुभम सिंह नामक कर्मचारी ने फर्जी किसान बनकर 2 पुरस्कार झटक लिए. माली संजय ने 4 और संयुक्त निदेशक के ड्राइवर राम सुभावन ने 1 पुरस्कार प्राप्त किए. इस दौरान संयुक्त निदेशक अतुल कुमार सिंह महोत्सव के स्टाल पर मौजूद रहे. अधिकारियों से बस्ती के पुरस्कार प्राप्त करने वाले किसानों, आम की किस्मों के बारे में पूंछे जाने पर गोलमोल जवाब मिला.




मामले की जानकारी होने के बावजूद पुरस्कार झटकने वाले विभागीय कर्मचारियों को बचाने का पूरा प्रयास किया जा रहा. विभागीय कर्मचारियों के फर्जीवाड़े से असली किसानों में भरी रोष है. लखनऊ स्थित अवध शिल्पग्राम में इस साल आम की सैकड़ों प्रजातियों की प्रदर्शनी लगाई गई थी. आम महोत्सव के तहत आम का अलग अलग रंग, रूप और स्वाद वाली करीब 725 से भी अधिक प्रजातियों को उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और उत्तराखंड के किसानों ने पेश किया.


आम महोत्सव में आम की विभिन्न किस्मों का दीदार करने अलग अलग जिलों से हजारों किसान आये. उन्होंने आम के सफल बागवानों से बागवानी के टिप्स भी लिए. उत्तर प्रदेश आम महोत्सव -2023  देखने आये लोगों ने न केवल आम की किस्मों पर जानकारी ली बल्कि आम और आम से बने उत्पाद भी ख़रीदे. महोत्सव में 50 से ज्यादा स्टॉल लगाये गए थे. 725 से ज्यादा आम की किस्मों की प्रदर्शनी की गई. 300 से भी अधिक आम के बागवानों और विक्रेताओं ने आम से बने उत्पादों हैंडीक्राफ्ट, फूड स्टॉल के साथ आम खाने की प्रतियोगिता का भी आयोजन किया.




मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश आम महोत्सव का आगाज किया था. उन्होंने कहा कि आम महोत्सव के माध्यम से किसानों और बागवानों की मेहनत और प्रदेश की औद्यानिक फसलों की संभावनाओं को देखने, समझने का अवसर प्राप्त हो रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आम महोत्सव का उद्घाटन करने के साथ आम की बागवानी के क्षेत्र में बेहतर करने वाले किसानों और निर्यातकों को सम्मानित भी किया.


जांच जारी, आरोपियों से स्पष्टीकरण मांगा गया 


प्रकरण पर बस्ती में जिला उद्योग केंद्र के संयुक्त निदेशक अतुल सिंह ने बताया कि लखनऊ में आयोजित मैंगो फेस्टिवल में हजारों किसानों ने प्रतिभाग किया था. महोत्सव में बस्ती जनपद के किसानों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया मगर विभागीय 3 कर्मचारियों ने भी फर्जी किसान बनकर पुरस्कार हासिल कर लिया. मामले की जांच जारी है. संबंधित कर्मचारियों से स्पष्टीकरण भी मांगा गया है. रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी और सरकार से मिले पुरस्कार को भी वापस लिया जाएगा. 


UP News: बांग्लादेशी जूली की मोहब्बत में गिरफ्तार अजय लौटा मुरादाबाद, क्या पति-पत्नी के तौर पर दोनों का घर होगा आबाद?