Gonda में आधे-अधूरे शौचालय की सफाई के नाम पर निकाल लिए रुपये, कार्रवाई के आदेश
गोंडा में ग्राम सचिव, प्रधान ग्राम पंचायत अधिकारी और कई लोगों ने मिलकर आधू-अधूरे बने सामुदायिक शौचालय की साफ-सफाई के नाम पर हजारों रुपये निकाल लिए. मामले की अब जांच की जाएगी.
Gonda Public Toilet News: केंद्र और प्रदेश सरकार स्वच्छ भारत अभियान (Swachh Bharat Abhiyan) के तहत घर-घर में शौचालयों का निर्माण करवा रही है. हालांकि, गोंडा जिले के कुछ निचले स्तर के अधिकारी की उदासीनता के चलते ग्राम पंचायतों में अभी तक सामुदायिक शौचालय का निर्माण पूरा नहीं हो सका है. ग्राम सचिव, प्रधान ग्राम पंचायत अधिकारी व अन्य अधिकारी केंद्र और राज्य सरकार की योजना पर पलीता लगा रहे हैं. जिले के हर ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय निर्माण में बंदरबांट किया जा रहा है. काम पूरा हुए बिना ही सामुदायिक शौचालय को चालू दिखाकर उसके साफ-सफाई और रखरखाव के नाम पर संबंधित स्वयं सहायता समूह को पेमेंट की जा रही है.
छपिया ब्लाक के ग्राम पंचायत बखरौली मैं समुदायिक शौचालय की साफ-सफाई और रखरखाव के लिए जुलाई महीने में 9 हजार रुपये निकाले गए थे. वहीं, दूसरी तरफ मनकापुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत सुमेरपुर में सामुदायिक शौचालय के रखरखाव व साफ-सफाई के नाम पर 27 हजार रुपये की निकासी हुई थी. इसी तरह आलनपुर ग्रंथ सामुदायिक शौचालय के रखरखाव और साफ सफाई के नाम पर भी 9 हजार रुपये निकाले गए थे.
पूरे मामले पर विकास विभाग के मुख्य विकास अधिकारी शशांक त्रिपाठी ने कहा कि सभी संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर एक सप्ताह के अंदर सभी सामुदायिक शौचालय को क्रियाशील करने के लिए अभियान चलाया जायेगा. साथ ही साथ पेमेंट निकालने के बारे में जांच करवाकर कार्रवाई भी की जाएगी.
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