गाजियाबाद में लोगों से जालसाजी और धोखाधड़ी करने वालों पर शिकंजा कसा है. शहर में 420 के तहत धोखाधड़ी करने वाले अभियुक्तों के विरुद्ध गाजियाबाद पुलिस अभियान चला रही है. गाजियाबाद साइबर सेल पुलिस और थाना नंदग्राम पुलिस ने लोन दिलाने के नाम पर मैजिक फ्रिक्शन पेन द्वारा चेक को कैंसिल करा कर खातों से पैसे निकालने वाले दो शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. यह दोनों अपराधी बेहद शातिर हैं, जो अबतक कई लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं.
घर जाकर लेते थे लोन संबंधित दस्तावेज
गाजियाबाद की एसपी क्राइम दीक्षा शर्मा ने इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि, नंदग्राम थाने में एक शिकायत दर्ज हुई थी, खाते से पैसे निकाल लिए गए हैं. इस केस को साइबर सेल को सौंपा गया, जिसमें दो अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार अभियुक्त अपने साथी के साथ मिलकर फर्जी आधार कार्ड बनाकर एक फर्जी सिम लेता था. लोन दिलाने के नाम पर यह लोग अपने विजिटिंग कार्ड लोगों को बांटते थे, उसके बाद यह लोग उसके घर जाकर लोन से संबंधित दस्तावेज लेते थे.
इसके बाद दोनों बैंक स्टेटमेंट भी ले लेते थे जिससे इन्हें पता चले कि बैंक खाते में कितना पैसा है. अभियुक्त इस बात की पुष्टि करते थे कि, व्यक्ति एक लाख का लोन लेना चाहता है तो उसके खाते में भी एक लाख रुपए होना चाहिए. अगर खाते में पैसा नहीं होता है, तो लोन लेने वाले से खाते में पैसा जमा करा लेते हैं और एक कैंसिल चेक जो मैजिक पेन से कैंसिल करके उसके बाद कैंसिल चेक को रबड़ या आग की लौ से मिटा देते हैं जिसके बाद ये अपने नाम से चेक भर के पीड़ित के बैंक खाते से पैसे निकाल लेते थे.
अभियुक्तों पर दिल्ली और मेरठ मामले दर्ज
दोनें पैसे निकालने से पहले पीड़ित को फोन करके यह बताते हैं कि आपके लोन की प्रक्रिया चल रही है अपना फोन दो-तीन घंटे के लिए बंद कर लो या पीड़ित के मोबाइल नंबर की कॉल अपने नंबर पर फॉरवर्ड करा देते हैं. इस तरह से इन्होंने काफी लोगों के साथ धोखाधड़ी की. गिरफ्तार अभियुक्तों का क्राइम रिकॉर्ड भी है. ये दोनों इससे पहले मेरठ से भी जेल जा चुके हैं और दिल्ली में भी इनके ऊपर कई मामले दर्ज हैं. गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम सुनील शर्मा और रजनीकांत शुक्ला है. इनके पास से पुलिस ने 10 मोबाइल फोन, 09 फर्जी आधार कार्ड, 32 चेक, 03 मैजिक पेन, 01 लैपटॉप, 01 कार, 01 स्कूटी बरामद की है. मामले की वैधानिक कार्रवाई जारी है.