आजकल आप तकरीबन सारी खरीदारी ऑनलाइन करते हैं, बैंकिंग भी ऑनलाइन ही है। ये सुविधाजनक है कहीं भी बैठे बैठे आप सभी लेनदेन कर सकते हो। लेकिन याद रखिये इन सबके बीच कई जालसाजों का गिरोह है जो लोगों को अपने जाल में फंसाता है और उन्हें बड़ी आर्थिक चोट पहुंचाता है। जालसाज एप के जरिए लोगों के मोबाइल फोन स्क्रीन तक पहुंच बनाते हैं। ये ग्राहक को फोन कर केवाईसी सत्यापन कराने के लिये कहते हैं। यही नहीं वे आपको मदद की पेशकश करते हैं और इस तरह वे आपके बैंक खाते को हैक कर लेते हैं।
धोखाधड़ी के शिकार हुये एक शख्स के मुताबिक..एक युवक ने उन्हें कॉल किया, युवक ने खुद को एक कंपनी का कस्टमर केयर एक्जीक्यूटिव बताया। इस तरह से युवक ने दो लाख रुपये से ज्यादा की धोखाधड़ी कर ली।
इसी तरह का मामला मुंबई में देखने को मिला। संजय नाम के एक शख्स को जालसाज ने 1.6 लाख रुपये की चपत लगाई। ठग ने उनसे अपना केवाईसी डिटेल पूरा करने के लिए एक एप डाउनलोड करने को कहा। इसके बाद संजय के खाते से 1.6 लाख रुपये निकाल लिये। फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
जालसाज इस तरह से देते हैं ठगी को अंजाम...सावधान रहें
1. आपको कॉल आता है कि आपका वॉलेट या बैंक केवाईसी अमान्य है।
2. कॉल करने वाला व्यक्ति कहता है कि इसे ऑनलाइन सही किया जा सकता है ताकि आपका अकाउंट दोबारा एक्टिव हो जाए।
3. सुविधा के लिए आपसे एक एप डाउनलोड करने के लिए कहा जाता है।
4. जब आप एप को इस्तेमाल करते हैं तो कॉलर को आपका फोन स्क्रीन दिखने लगता है।
5. वह आप से वॉलेट में छोटा टोकन अमाउंट ट्रांसफर करने के लिए कहता है।
6. जब आप ऐसा करते हैं तो वह पासवर्ड और अन्य डिटेल देख लेता है।