Uttarakhand: डाकपाल ने 1500 खाताधारकों को लगाया चूना, 2 करोड़ का गबन, पीड़ितों ने खोला मोर्चा
उत्तरकाशी में डाकपाल ने 1500 खाताधारकों की जीवन भर की कमाई में सेंध लगा दी. अब पीड़ित डाकपाल के खिलाफ लामबंद हो गये हैं और बड़े प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं.
उत्तरकाशी: एक साल पहले थाती डाकघर में 15 सौ खातेधारकों के खाते से डाकपाल ने 2 करोड़ से अधिक की धनराशि गबन कर निकाल ली थी. अब तक डाकघर से उनके पोस्ट ऑफिस में जमा की जिंदगी भर की कमाई पर ठोस आश्वासन न मिलने से ग्रामीणों ने एक बार फिर बैठक कर आर-पार की लड़ाई का एलान कर दिया है. जिसके चलते ग्रामीण थाती गांव के भेटा में बैठक की. इस बैक में ग्रामीणों ने तीन दिन के अंदर एक और बैठक कर सड़क पर उतरने का मन बना लिया है. इस दौरान ग्रामीणों ने जिला प्रसासन और डाक विभाग के खिलाफ जमकर प्रदर्शन भी किया है. ग्रामीणों ने आने वाले दिनों में उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है. ग्रामीणों की माने तो जिंदगी भर की कमाई डाकघर ले उड़ा है, अब उनके पास आंदोलन करने के अलावा कोई रास्ता नहीं है.
डाकपाल ने किया फर्जीवाड़ा
आपको बता दें, मामला डुंडा ब्लॉक के शाखा डाकघर थाती धनारी का है. जहां ग्रामीणों की ओर से खोले गए सेविंग, टीडी, चालू खातों में की गई जमा पूंजी को शाखा डाकपाल द्वारा उनकी पासबुक पर तो एंट्री कर दी गई है, लेकिन जमा पूंजी को लेखा कार्यालय डुंडा में जमा नहीं किया गया है. मामले की भनक लोगों को उस समय लगी जब लोगों की एफडी पूरी हुई और उन्होंने जमा पूंजी का ब्याज सहित भुगतान लेना चाहा. जिस पर शाखा डाकपाल ने कभी मूल धनराशी देने व कभी आगे बढ़ाने तथा कभी पासबुक भुगतान के लिए भेजने की बात कही. जिस पर खाता धारकों को संशय हुआ और उन्होंने डुंडा डाकघर से कुल धनराशी जमा होने की पुष्टी के लिए पासबुक पर एंट्री करानी शुरू कर दी. जिसमें पता चला कि जिस खाते में 40, हजार रूपए जमा किए गए हैं, वहां शाखा डाकपाल द्वारा महज 4000 रूपए ही जमा किए गए थे.
18 गांव के 1500 खाते हैं शाखा डाकघर थाती में डुंडा ब्लॉक शाखा डाकघर थाती धनारी में 18गांव के कुल 1500 खाते ग्रामीणों द्वारा खोले गए हैं. जिनमें कई खातों से धनराशि गायब थी. साथ कई की पासबुक ही गायब की हुई थी.
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