Moradabad News: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक दोस्त ने बुरे वकत में अपने दोस्त का साथ देते हुए उसे उधार पैसे दे दिए और जब वक्त गुजर जाने के बाद, उसने अपने उधार के पैसे दोस्त से वापस मांगे तो दगाबाज दोस्त ने अहसान करने वाले दोस्त को ही साजिश के तहत फंसाने के लिए इरादा ए कत्स के झूठे मामले में फंसा दिया, लेकिन पुलिस ने जांच कर पूरे मामले का खुलासा करते हुए इस दगाबाज दोस्त और इसके तीन साथियों को गिरफ्तार कर लिया. मामला कटघर थाना इलाके का है.


ऐसे लोगों को दोस्त कहना दोस्ती शब्द की तौहीन है. यह तो किसी के साथी भी नहीं हो सकते हैं, बल्कि यूं कहें कि ऐसे दोस्त से अच्छे तो दुश्मन होते हैं. आप भी इस सच्चाई को जानकर हैरान रह जाएंगे. वारदात मुरादाबाद के कटघर थाना इलाके की है, जहां उधार चुकाने से बचने के लिए युवक ने साथियों के साथ साजिश रची और खुद को गोली मारकर उधार देने वाले के खिलाफ इरादा-ए-कत्ल की रिपोर्ट दर्ज करा दी, लेकिन तेज तर्रार पुलिस की आंखों से साजिश रचने वाले बच नहीं पाए और पुलिस ने चार लोगों को फर्जी रिपोर्ट कराने के मामले में गिरफ्तार कर लिया है.


उधार के पैसे न देने पड़े इसलिए दोस्त के खिलाफ रच डाली साजिश


मुरादाबाद के थाना मझोला क्षेत्र के जयंतीपुर में रहने वाले राशिद पर उसके दोस्त साजिद का 4 लाख रुपये का कर्ज था. राशिद को बुरे वक्त में साजिद ने चार लाख रूपये उधार दे दिए थे. काफी वक्त गुजर जाने के बाद जब साजिद को पैसों की जरूरत हुई तो उसने राशिद से अपने चार लाख रूपये वापस मांगे. पैसे न देने पड़े इसके लिए राशिद ने अपने दोस्त साजिद को ही झूठे केस में फंसाने की साजिश रच डाली.


खुद को मारी गोली और दोस्त को जाल में फंसाया 


मुरादाबाद के एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह के मुताबिक राशिद ने अपने दोस्तों से उधारी का जिक्र किया तो सबने मिलकर साजिद को फंसाने की साजिश रच डाली. साजिश के तहत राशिद ने फईम, इस्माइल, निशांत उर्फ जानू और अनमोल के साथ मिलकर कटघर थाना क्षेत्र के पंडित नगर बाईपास के पास राशिद ने हाथ में गोली मारी और थाने जाकर साजिद और उसके साथियों पर गोली मारने का आरोप लगा दिया. इस काम के राशिद ने साथियों को पंद्रह हजार रुपये दिए थे.


कर्ज से बचने के लिए लिखाई झूठी रिपोर्ट


पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करके जांच की तो मामला संदिग्ध नजर आया. पुलिस ने सभी के मोबाइल की लोकेशन से घटना की सच्चाई जानी तो पूरा मामला साफ हो गया. एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि कर्ज से बचने के लिए राशिद ने झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई थी. उसके साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया है और दस हजार रुपये कैश, गोली मारने वाला तमंचा और खोखा भी बरामद कर लिया हैं.


आरोपियों ने कबूला जुर्म


एसपी सिटी के मुताबिक सभी ने झूठी रिपोर्ट कराने और स्वयं गोली मारने का र्जुम कबूल भी कर लिया है. दोस्त और मददगार के साथ इतनी खतरनाक साजिश का खुलासा होने पर क्षेत्रवासी हैरान हैं. इस घटना में फरार अनमोल को पुलिस तलाश कर रही है. अगर पुलिस गहराई से जांच न करती तो बेगुनाह साजिद जेल चला जाता और उसके चार लाख रूपये भी डूब जाते, लेकिन पुलिस ने कलयुगी दगाबाज दोस्त को गिरफ्तार कर उसके चेहरे से दगाबाजी का नकाब हटा दिया. 


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