उत्तराखंड की मित्र पुलिस (Friend Police of Uttarakhand) को इन दिनों अजीबोगरीब शौक लग गया है. शौक ऐसा कि अब छुड़ाए से भी नहीं छूट रहा है. कतार में उत्तराखंड पुलिस के दारोगा से लेकर कॉन्स्टेबल और सभी छोटे बड़े कर्मचारी भी शामिल हो गए हैं. सोशल मीडिया (Social Media) पर रंग बिरंगी वीडियो बनाकर मशहूर होने की चाहत में वर्दी और सरकारी गाड़ियों का सहारा लेने से भी गुरेज नहीं रहा. लाइक और फॉलोअर्स बढ़ाने के लिए रोजाना एक से बढ़कर वीडियो सामने आ रहे हैं. फिल्मी डायलॉग, हिंदी गाने, अतरंगी म्यूजिक पर उत्तराखंड पुलिस के जवान से लेकर दारोगा तक खूब रील्स बना रहे हैं. गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक कई ऐसे पुलिसकर्मी सोशल मीडिया पर खूब छाए हुए हैं.
उत्तराखंड पुलिस को लगा अजीबोगरीब शौक
उनके वीडियो देख कर अंदाजा भी नहीं लगा सकता कि जवान पुलिस विभाग से जुड़े हुए हैं. वर्दी में या थाने की गाड़ी के साथ वीडियो आने पर लोगों को पता लगाता है. एसआई से लेकर कॉन्स्टेबल तक के वीडियो देखने के लिए हजारों लोग फॉलोअर्स बन गए हैं. ऐसा नहीं है कि पुलिसकर्मी सिर्फ गाना और फिल्मी डायलॉग पर ही वीडियो बना रहे हैं. सामाजिक संदेश या देशभक्ति के गीतों पर बोल मिलाते हुए पुलिस जवान पर देखे जा सकते हैं. उत्तराखंड के कई पुलिसकर्मी और प्रशासनिक अधिकारी सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में रहते हैं.
सोशल मीडिया पर मशहूर होने का छाया नशा
एक दारोगा तो फिल्मों में भी अपना लोहा मनवा चुके हैं. लेकिन सवाल खड़ा होता है कि पुलिस की वर्दी में नियमावली का उल्लंघन करना कितना सही है. बात अभी सिर्फ चंद पुलिसकर्मियों और दारोगा तक सीमित है. अगर सोशल मीडिया पर उत्तराखंड पुलिस के जवानों को लोकप्रिय होने का रोग लग गया तो ड्यूटी का अंदाजा आप बखूबी लगा सकते हैं. पुलिसकर्मियों के निराले शौक पर अधिकारी भी हैरान हैं. उनका कहना है कि मामला संज्ञान में आने के बाद जांच करवा रहे हैं.
2020 में उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath Government) ने मामला सामने आने के बाद पुलिस को वर्दी में प्रदर्शन करने से रोक दिया था. उत्तर प्रदेश के पुलिसकर्मी टिकटॉक पर वीडियो वायरल कर मशहूर हो रहे थे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फटकार के बाद बाकायदा पुलिस प्रशासन को एक सरकुलर जारी करना पड़ा. सरकुलर के बाद यूपी पुलिस की बीमारी दूर हो गई. लेकिन अब उत्तराखंड पुलिस इंस्टाग्राम समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर खूब सक्रिय है.
विभाग और सरकार की छवि का नहीं है ख्याल
डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस नियमावली की जानकारी नहीं है लेकिन उत्तराखंड में सोशल मीडिया पर निर्देश दिए गए हैं. उसके तहत कोई भी पुलिस कर्मचारी सोशल मीडिया के माध्यम से विभाग और सरकार की छवि को ख़राब नहीं करेगा. अगर कोई ऐसा करता है तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी. हालांकि, सभी वीडियो का परीक्षण कराया जायेगा. सोशल मीडिया पॉलिसी के उल्लंघन करते पाए जाने पर कार्यवाही की जाएगी.