भदोही, एबीपी गंगा। भदोही जनपद के गोपीगंज की एसबीआई बैंक की ब्रांच से काफी चौंकाने वाला मामला सामने आया है। बैंक के एक मृत खाता धारक के खाते से 18 लाख 55 हजार रुपया निकाल लिए गए हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस से सब इंस्पेक्टर के पद से रिटायर बैंक के खाता धारक की मौत के बाद जब उनके परिजन बैंक पहुंचे, तो उन्हें पता लगा कि बैंक खाते से रुपये गायब हैं। मामले में बैंक के शाखा प्रबंधक ने दो लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है, जिस पर पुलिस जांच में जुटी है।


भदोही जनपद के रामापुर गांव निवासी किशोरी लाल चौधरी जो यूपी पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद से रिटायर हुए थे, उनकी पेंशन एसबीआई के बैंक खाते में आ रही थी। इनकी मृत्यु 23 जुलाई 2019 में हो गई थी। मृत्यु के उपरांत उनके परिजनों ने जब पता किया तो खाते में रुपये थे, लेकिन नॉमिनी का नाम जुड़वाने के लिए कागजी कार्रवाई कर जब परिजन बैंक पहुंचे, तो खाते से पूरे रुपये निकाले जा चुके थे। यह सूचना सुनते ही परिजनों के पैरों के नीचे की जमीन खिसक गई। तब से आज तक परिजन बैंक के चक्कर काट रहे हैं। परिजनों ने इसके बाबत पुलिस से भी शिकायत की है, बावजूद इसके केवल बहला-फुसलाकर हमको दौड़ाया जा रहा है।


इस मामले में बैंक के शाखा प्रबंधक के मुताबिक, किसी अन्य व्यक्ति ने बैंक आकर मोबाइल नंबर में बदलवा किया है। मोबाइल के जरिये नेटबैंकिंग के माध्यम से दूसरे खाते में रुपये ट्रांसफर कर निकाल लिए गए हैं। बैंक के अधिकारियों के मुताबिक, नंबर बदलवाने का रिकॉर्ड चेक किया गया है, तो उसमें आधार और अन्य कागजात उपलब्ध कराये गए थे। वहीं, इस मामले में शाखा प्रबंधक ने गोपीगंज कोतवाली में दो व्यक्तियों पर एफआईआर दर्ज कराई है, जिसमें पुलिस जांच में जुटी हुई है। वहीं, इस पूरे मामले में बैंक की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे है कि कैसे मृत व्यक्ति के खाते से इतनी बड़ी जालसाजी होती है और बैंक को इसकी भनक तक नहीं लगती है।


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