Ganesh Chaturthi 2021: गणपति बप्पा मोरया के जयघोष के बीच चरम पर भक्ति, जानें- कानपुर में कैसी हैं तैयारियां
कानपुर में रंग बिरंगे गणपति गजानन मन मोह ले रहे हैं. निराला नगर में बरसों से मूर्तिकार बप्पा के निराले स्वरूपों को यूं ही सजा और सवार रहे हैं. जिन्हें लेने पूरे महानगर से लोग यहां खिंचे चले आ रहे हैं.
Kanpur Ganesh Chaturthi Story: आज गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) का पर्व है और गणपति बप्पा की भक्ति में भक्त डूबे हुए हैं. कोरोना कॉल के बीच गजानन का हर भक्त उनके मनमोहक स्वरूप को मूर्ति के रूप में अपने घर धूमधाम से गाजे बाज़ों के बीच ले जा रहा है. हर कोई विघ्नहर्ता को अपने घर पर स्थापित करते हुए उनसे यह प्रार्थना रख रहा है कि कोरोना जैसी माहमारियों से अब मानवता को बप्पा निजात दिलाएं. कानपुर (Kanpur) में गणेश चतुर्थी की तैयारियां कैसी हैं इस रिपोर्ट में हम वही बताने जा रहे हैं.
कानपुर में रंग बिरंगे गणपति गजानन मन मोह ले रहे हैं. आज बप्पा का खास दिन गणेश चतुर्थी है. बप्पा के भक्त इस द्विन पूरी श्रद्धा और आस्था के साथ उन्हें न सिर्फ अपने घर ले जाते हैं बल्कि पूजा अर्चना कर एक विशेष स्थान देते हुए उन्हें विराजते हैं. कानपुर के निराला नगर में बरसों से मूर्तिकार बप्पा के निराले स्वरूपों को यूं ही सजा और सवार रहे हैं. जिन्हें लेने पूरे महानगर से लोग यहां खिंचे चले आ रहे हैं.
मूर्ति बनाने वाले लोग बाजार की सुस्त रफ्तार से थोड़े दुखी
चिंतामणि दामोदर के भक्त मोदक, घी और दूर्वा के जरिये बप्पा को प्रसन्न करने में लगे हैं. अतिप्रिय मोदक बप्पा के लिए खासतौर पर बनवाये हैं. बड़े, बूढ़े बच्चे उत्शाह से लबरेज होकर अपने गणेश को घर ले जा रहे हैं. तो वहीं मूर्ति बनाने वाले लोग बाजार की सुस्त रफ्तार से थोड़े दुखी भी हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सार्वजनिक स्थानों पर गणेश प्रतिमा स्थापित करने को पर रोक लगा रखी है. सभी से यह अपील की गई है कि वह घरों में गणेश उत्सव मनाएं लेकिन सार्वजनिक स्थानों पर इससे बचें क्योंकि कोरोना की तीसरी लहर को लेकर जागरूकता बेहद जरूरी है. भक्त भी इसका पालन करते हुए दिख रहे हैं और इस बार केवल मिट्टी से बनी हुई 3 से 4 फीट ऊंची गणेश प्रतिमा घर पर ले जा कर पूजा और विधि विधान से स्थापित कर रहे हैं. साफ है कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए भक्त गणपति बप्पा की आराधना में तल्लीन हैं.
यह भी पढ़ें: