बलरामपुर: बलरामपुर जिले में भी हाथरस जैसी गैंगरेप की घटना सामने आई है. यहां एक 22 वर्षीय छात्रा को अगवा कर गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया है. घटना उस वक्त हुई जब छात्रा एक कॉलेज में एडमिशन के लिए गयी हुई थी. घटना के बाद सड़क पर लावारिस हालात में दरिंदे उसे छोड़कर फरार हो गए. एक रिक्शे वाले ने उसे घर तक पहुंचाया जिसके  कुछ घण्टे बाद ही उसकी मौत हो गयी. आरोप है कि जिले की पुलिस ने इस पूरी घटना को भरसक दबाने का प्रयास किया लेकिन परिजनों के सामने आने के बाद मामले का खुलासा हो गया.


मंगलवार की सुबह करीब 10 बजे छात्रा अपने घर से एक कॉलेज में एडमिशन के लिए गई थी. पीड़िता की मां के मुताबिक, तभी कुछ लड़कों ने उसका अपहरण कर लिया और उसके साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया. शाम तक न लौटने पर परिजनों ने उसे फोन करना शुरू किया तो उसका फोन बंद आ रहा था. लड़की को एक रिक्शा वाला एक नाबालिग बच्चे के साथ बेहोशी की हालत में तकरीबन 7:00 बजे लेकर आता है. लड़की की हालत बेहद खराब थी और वो कुछ भी नहीं बोल पा रही थी. उसके हाथ पर ग्लूकोज चढ़ाने वाला वीगो लगा हुआ था.


परिजन उसे लेकर स्थानीय डॉक्टर के पास ले गए लेकिन गम्भीर हालात देखते हुए उसने लखनऊ ले जाने को कहा. परिजनों के मुताबिक जिले के तुलसीपुर हॉस्पिटल पहुंचने से पहले रास्ते में उसकी मौत हो गयी. आरोप है कि इस मामले को कोतवाली गैंसड़ी पुलिस और जिले के आलाधिकारियों ने दबाने का खूब प्रयास किया लेकिन परिजनों के सामने आने का बाद मामले का खुलासा हो गया. फिलहाल अब परिजनों की तहरीर पर 2 अभियुक्तों पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है.


मृतका की मां का आरोप है कि उसकी लड़की एक डिग्री कॉलेज में एडमिशन कराने गई थी. तभी उसका अपहरण कर उसे इंजेक्शन लगा कर बेहोश किया गया. फिर गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया है. मृतका की मां का यह भी आरोप है कि जिन लोगों ने उसके साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया उन्होंने न केवल उसका कमर तोड़ दिया बल्कि उसकी टांग भी तोड़ दी. इससे लड़की न तो खड़ी हो पा रही थी न ही बोल पा रही थी. उसकी जुबान से एक शब्द भी नहीं निकल रहा था. उसने बस इतना कहा कि उसके पेट मे तेज जलन हो रही है और वह मर जाएगी.


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